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'लोढ़ा' नाम, दो भाई और 5 हजार करोड़ की लड़ाई... समझें पूरा मामला

दो रियल एस्टेट कारोबारी भाइयों के बीच ट्रेडमार्क को लेकर कानूनी लड़ाई शुरू हो गई है। बड़े भाई अभिषेक लोढ़ा ने छोटे भाई अभिनंदन लोढ़ा के खिलाफ मुकदमा दायर किया है और 5 हजार करोड़ के हर्जाने की मांग की है।

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अभिषेक लोढ़ा और अभिनंदन लोढ़ा। (Photo Creditt: Lodha Group Websites)

अभिषेक लोढ़ा और अभिनंदन लोढ़ा। दोनों भाई-भाई। दोनों में 'लोढ़ा' ट्रेडमार्क को लेकर झगड़ा हो गया है। बात अदालत तक जा पहुंची है। बड़े भाई अभिषेक लोढ़ा ने अदालत में अपील दायर कर मांग की है कि उनके छोटे भाई अभिनंदन लोढ़ा को 'लोढ़ा' ट्रेडमार्क का इस्तेमाल करने से रोका जाए।


लोढ़ा बंधु बीजेपी नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा के बेटे हैं। दोनों के बीच 2015 में बंटवारा हो गया था।

झगड़ा किस बात पर?

अभिषेक लोढ़ा मैक्रोटेक डेवलपर्स के मैनेजिंग डायरेक्टर हैं। मैक्रोटेक डेवलपर्स को 'लोढ़ा ग्रुप' के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने अदालत में मुकदमा दायर 5 हजार करोड़ रुपये के हर्जाने की मांग की है। अभिषेक ने अभिनंदन की फर्म हाउस ऑफ अभिनंदन लोढ़ा (HoABL) पर गैरकानूनी तरीके से 'लोढ़ा ग्रुप' का नाम इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है।

क्या है पूरा मामला?

दायर मुकदमे में अभिषेक लोढ़ा ने दावा किया है कि मैक्रोटेक डेवलपर्स ही लोढ़ा ग्रुप की प्रमुख कंपनी है। ये एक रियल एस्टेट फर्म है। उनका दावा है कि एक समझौते के तहत 2015 तक लोढ़ा ग्रुप की सभी कंपनियां इस ट्रेडमार्क का इस्तेमाल कर सकती थीं। मगर 2015 में फैसला लिया गया कि अभिनंदन लोढ़ा ग्रुप से अलग हो जाएंगे और अपना खुद का बिजनेस शुरू करेंगे।


अभिषेक लोढ़ा का दावा है कि 2015 में बंटवारे के बाद अभिनंदन को 1,000 करोड़ रुपये दिए गए थे, ताकि वो अपना रियल एस्टेट का बिजनेस शुरू कर सकें। 'लोढ़ा' ट्रेडमार्क को लेकर 2017 में एक पारिवारिक समझौता हुआ था। इसमें तय हुआ था कि अभिनंदन रियल एस्टेट फर्म के लिए लोढ़ा ट्रेडमार्क का इस्तेमाल नहीं करेंगे। दिसंबर 2023 में फिर एक समझौता हुआ था, जिसमें तय हुआ कि जब तक कुछ शर्तों को पूरा नहीं किया जाता, तब तक लोढ़ा ट्रेडमार्क का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। 


मुकदमा दायर कर अभिषेक लोढ़ा ने दावा किया है कि आज तक HoABL को 'लोढ़ा' ट्रेडमार्क का इस्तेमाल करने की कोई अनुमति नहीं दी गई है। उन्होंने दावा किया कि 'लोढ़ा' को ब्रांड बनाने में 4 दशक लग गए और पिछले एक दशक में उन्होंने इसके लिए 1,700 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। उनका कहना है कि HoABL के 'लोढ़ा' ट्रेडमार्क इस्तेमाल करने से मार्केट में कन्फ्यूजन हो सकता है कि दोनों कंपनियां आपस में जुड़ी हैं।

दोनों कंपनियों की कहानी क्या?

- मैक्रोटेक डेवलपर्सः लोढ़ा ग्रुप की प्रमुख कंपनी है। अभिषेक अरोड़ा इसके एमडी हैं। अप्रैल 2021 में कंपनी लिस्टेड हुई थी। मैक्रोटेक डेवलपर्स की वेबसाइट के मुताबिक, कंपनी ने मुंबई, ठाणे, पुणे, बेंगलुरु और लंदन में लगभग 65,000 घरों की डिलीवरी की है। ये कंपनी ठाणे में कल्याण के पास पलावा सिटी नाम से एक मेगा टाउनशिप भी बना रही है, जो साउथ मुंबई से लगभग दो घंटे की दूरी पर है। पलावा सिटी लगभग 4,500 एकड़ में फैली होगी।


- HoABL: 2015 में अभिनंद ने लोढ़ा वेंचर्स बनाया। 2021 में 'हाउस ऑफ अभिनंदन लोढ़ा' नाम से रियल एस्टेट फर्म शुरू की। अलीबाग, अंजारले, दापोली, गोवा, नेरल, अयोध्या, नागपुर समेत 14 जिलों में प्रोजेक्ट पर काम कर रही है। नवंबर 2024 में कंपनी ने बताया था कि उसने 6 शहरों में 352 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया है। ये जमीनें वृंदावन, मुंबई, शिमला, नागपुर, वाराणसी और अमृतसर में हैं।

अब आगे क्या?

अभिषेक लोढ़ा ने मुकदमा दायर कर 5 हजार करोड़ रुपये के हर्जाने की मांग की है। उनकी याचिका पर 21 जनवरी को बॉम्बे हाईकोर्ट में सुनवाई हुई थी। चूंकि मामला 5 हजार करोड़ के हर्जाने की मांग से जुड़ा था, इसलिए इसे बड़ी बेंच को सौंप दिया गया है। इस मामले में अब 27 जनवरी को सुनवाई होगी।

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