कोरोना महामारी के दौरान सभी संस्थानों में वर्क फ्रॉम होम मॉडल को लागू किया गया था। कई बड़ी कंपनियों ने कोरोना के बाद भी वर्क फ्रॉम होम (WFH) मॉडल को खत्म नहीं किया और कर्मचारियों को घर से काम करने की छूट जारी रखी थी। अब इन कंपनियों में से भी कई कंपनियां रिटर्न-टू़-ऑफिस नीति को अपनाने लगी हैं। इन्हीं कंपनियों में से एक Google ने WFH मोड में काम कर रहे अपने कर्मचारियों से कहा है कि वे ऑफिस आना शुरू कर दें या फिर नौकरी छोड़ने के लिए तैयार रहें।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार, गूगल कंपनी के कई विभागों ने अपनी टीमों को नोटिस जारी किया है और जो कर्मचारी पर्मानेंट घर से काम कर रहे थे उन्हें हाइब्रिड वर्क मॉडल को अपनाने के लिए कहा है। कंपनी ने इस नियम को सख्ती से लागू करने की बात कही है। जो कर्मचारी हाइब्रिड वर्क मॉडल को अपनाने के लिए तैयार नहीं हैं, उन्हें नौकरी से निकाला जा सकता है। कंपनी ने ऐसे कर्मचारियों को एग्जिट पैकेज की पेशकश भी की है।
यह भी पढ़ें: 1 मिनट के लिए भी ठप हो UPI तो क्या होता है असर? समझें पूरा गणित
तीन दिन ऑफिस आना होगा
गूगल ने वर्क फ्रोम होम कर रहे कर्मचारियों को हफ्ते में तीन दिन ऑफिस से काम करने के लिए कहा है। कंपनी के एक प्रवक्ता ने कहा, ' हम पहले भी कह चुके हैं कि आमने-सामने काम करना इनोवेशन करने और जटिल समस्याओं का हल करने का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।' गूगल के प्रवक्ता कोर्टेन मेनसिनी ने कहा कि यह फैसला कंपनी के स्तर पर नहीं बल्कि टीमों के स्तर पर लिया जा रहा है। कंपनी ने ऑफिस के 50 मील के अंदर रहने वाले कर्मचारियों को जून तक हाइब्रिड मॉडल को अपनाने के लिए कहा है। HR डिपार्टमेंट के कर्मचारियों को फिलहाल इससे राहत दी गई है। वे अभी वर्क फ्रोम होम मोड में काम कर सकते हैं।
कंपनी कर रही है बडे़ बदलाव
गूगल AI तकनीक पर अधिक ध्यान दे रहा है और इस पर बड़े स्तर पर काम कर रहा है। इससे पहले, 2023 में भी कंपनी ने AI तकनीक से हो रहे बदलावों के कारण कर्मचारियों की छंटनी की थी। कंपनी लगातार बड़े बदलाव कर रही है और कंपनी का कर्मचारियों को ऑफिस से काम करने के लिए कहना भी इन्हीं बदलावों का हिस्सा है।
यह भी पढ़ें-- चीन की वह ताकत जिसके दम पर US से ले लिया पंगा, टैरिफ वॉर की पूरी कहानी
साल की शुरुआत में मिल गए थे संकेत
कंपनी ने यह फैसला अचानक से नहीं लिया है। कंपनी लंबे समय से इस फैसले पर विचार कर रही थी। इस साल की शुरुआत में Google के सह-संस्थापक सर्गेई ब्रिन ने AI टीमों से ऑफिस में ज्यादा समय बिताने के लिए कहा था। सर्गेई ब्रिन ने सप्ताह में 60 घंटे काम करने को प्रोडक्टिविटी के लिए सबसे अच्छा बताया था। उन्होंने तेजी से बदलती तकनीक के जमाने में आगे रहने और AI बदलावों में तेजी लाने की आवश्यकता पर जोर दिया था।
गूगल के बाद दूसरी कंपनियां भी ले सकती हैं फैसला
गूगल अकेली ऐसी कंपनी नहीं है जिसने यह फैसला लिया है। सिलिकॉन वैली में कई कंपनियां कर्मचारियों को ऑफिस से काम करने के लिए कह रही हैं। यह फैसला अधिकतर टेक कंपनियां ले रही हैं। सभी कंपनियां कोरोना से पहले वाला वर्क मॉडल अपना रही हैं। अमेजन ने सप्ताह में 5 दिन ऑफिस से काम करने का नियम लागू किया है। इसके अलावा मेटा और दूसरी बड़ी कंपनियां भी या तो पूरी तरह से वर्क फ्रोम ऑफिस से काम करने पर जोर दे रही हैं या फिर हाइब्रिड मोड में काम करने को कह रही हैं।