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पैन कार्ड होगा पूरी तरह ऑनलाइन और पेपरलेस, जानें क्या है PAN 2.0?

भारत सरकार ने आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति (CCEA) की बैठक में पैन 2.0 प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी है। जानिए क्या है PAN 2.0?

Pan Card representative image

पैन कार्ड की प्रतीकात्मक तस्वीर। (Pic Credit- Wikimedia Commons)

आयकर रिटर्न और बैंक लोन लेने आवश्यक PAN पर भारत सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने 25 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति (CCEA) की बैठक में पैन 2.0 प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी है। इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य आयकर विभाग की सेवाओं को पूरी तरह पेपरलेस और ऑनलाइन बनाना है। सरकार ने इस प्रोजेक्ट के लिए 1,435 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया है। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस प्रोजेक्ट के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि पैन कार्ड हमारे जीवन का एक अहम हिस्सा बन गया है, खासकर मध्यम वर्ग और छोटे व्यापारियों के लिए। उन्होंने कहा, 'मौजूदा प्रणाली को उन्नत बनाया जाएगा और डिजिटल रूप से मजबूत आधार प्रदान किया जाएगा। यह पूरी तरह पेपरलेस और ऑनलाइन होगा।'

पैन 2.0 प्रोजेक्ट से क्या हो सकते हैं फायदे?

पैन 2.0 के फायदों की बात करें तो यह प्रोजेक्ट करदाताओं को तेज और सुगम सेवा प्रदान कर सकती है। साथ ही यह एक ही स्रोत से सटीक और भरोसेमंद जानकारी सुनिश्चित करने में सक्षम हो सकती है। यह पूरी तरह पेपरलेस प्रक्रिया होगी, जिससे पर्यावरण संरक्षण में सहायता मिल सकती है। एक फायदा यह भी कि डिजिटल प्रक्रियाओं से खर्च कम होगा। पैन 2.0 को आधुनिक तकनीक से सिस्टम अधिक सुरक्षित और उपयोगकर्ता-अनुकूल बनेगा।

 

केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने यह भी बताया कि पैन 2.0 के तहत शिकायत निवारण सिस्टम पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इसके लिए यूनिफाइड पोर्टल विकसित किया जाएगा, जहां उपयोगकर्ता अपनी समस्याएं दर्ज कर सकते हैं और उससे जुड़े समाधान की प्रक्रिया को ट्रैक भी कर सकते हैं।

वर्तमान में पैन कार्ड प्रणाली की स्थिति

वैष्णव द्वारा दिए गए प्रेजेंटेशन में यह बताया गया कि अब तक कुल 78 करोड़ पैन कार्ड जारी किए जा चुके हैं, जिनमें से 98% व्यक्तिगत उपयोगकर्ताओं को दिए गए हैं। पैन 2.0 प्रोजेक्ट के तहत मौजूदा पैन/टैन 1.0 प्रणाली को एडवांस किया जाएगा। अश्विनी वैष्णव ने यह भी कहा कि इस प्रोजेक्ट के जरिए पैन को "कॉमन बिजनेस आइडेंटिफायर" बनाने कीकोशिश की जाएगी। यह पहल करदाताओं और व्यवसायियों के लिए डिजिटल सेवाओं को सरल और प्रभावी बनाएगी।

 

मौजूदा पैन कार्ड धारकों पर क्या होगा PAN 2.0 का असर?

PAN 2.0 के लागू होने के बाद, मौजूदा पैन कार्ड की स्थिति पर कोई बड़ा परिवर्तन नहीं होगा। मौजूदा पैन कार्ड धारकों को अपना पैन बदलने की आवश्यकता नहीं होगी, हालांकि पैन 2.0 के तहत एक नई और एडवांस सिस्टम लागू की जाएगी जो मुख्य रूप से डिजिटल और पेपरलेस होगी।

कहां-कहां काम आता है पैन कार्ड?

पैन कार्ड मुख्यरूप से पहचान पत्र है, जिसका मुख्य उद्देश्य वित्तीय लेन-देन को रिकॉर्ड करना और टैक्स की चोरी को रोकना है। यह एक करदाता की पहचान को स्थापित करने और उनके लेन-देन पर निगरानी रखता है। बता दें कि पैन कार्ड का उपयोग आयकर रिटर्न (ITR) दाखिल करने के लिए किया जाता है, जो करदाता की पहचान को प्रमाणित करता है। इसके साथ बैंक खाता खुलवाने और बड़े वित्तीय लेन-देन के लिए पैन कार्ड का होना अनिवार्य होता है।

 

इसी कड़ी में क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड आवेदन में पैन कार्ड की आवश्यकता होती है। कुछ देशों में वीजा के लिए आवेदन करते समय पैन कार्ड एक महत्वपूर्ण दस्तावेज होता है। इसके साथ साथ कोई व्यक्ति यदि बैंक से लोन चाहता है या बीमा कराना चाहता है, तो इसके लिए भी पैन कार्ड का उपयोग आवश्यक है।

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