• NEW DELHI
27 Mar 2025, (अपडेटेड 27 Mar 2025, 12:49 PM IST)
MSME देश की अर्थव्यवस्था में अहम भूमिका निभा रहे हैं। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों के जरिए बड़ी संख्या में रोजगार मिलता है। इसकी अर्थव्यवस्था में भागीदारी कितनी है, आइए समझते हैं।
किसी देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ में एक अहम कड़ी सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSME) भी होते हैं। केंद्र सरकार MSME सेक्टर के विकास के लिए वित्त वर्ष 2025-26 पेश करते हुए टर्नओवर लिमिट को 2.5 गुना ज्यादा बढ़ा दिया था। सरकार ने उम्मीद जताई है कि इस सेक्टर की मदद से मैन्युफैक्चरिंग, कॉमर्शियल और लेबर इंडस्ट्री में क्रांतिकारी बदलाव आएंगे। यह वह क्षेत्र हैं जहां अभी 15 करोड़ बेरोजगारों को रोजगार मिल सकता है।
केंद्र सरकार ने MSME सेक्टर में सुधार के लिए निवेश और टर्नओवर लिमिट को 2.5 गुना बढ़ा दिया है। केंद्र सरकार ने MSME के लिए क्रेडिट गारंटी कवर को 5 करोड़ से बढ़ाकर 10 करोड़ रुपये कर दिया गया है। 5 साल में 1.5 लाख करोड़ का अतिरिक्त क्रेडिट भी दिए जाने की तैयारी है।
MSME पर सरकार का रुख क्या है? MSME सेक्टर के लिए बजट में 27 प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में लोन के लिए 1% की कम टैक्स के साथ स्टार्टअप का गारंटी कवर ₹10 करोड़ से दोगुना कर ₹20 करोड़ किया गया है। एक्सपोर्ट MSME को बढ़े हुए गारंटी कवर के साथ ₹20 करोड़ तक के टर्म लोन से लाभ देने की कोशिश की गई।
संसद में पूछे गए सवाल क्या हैं? सरकार के इन उपायों से क्या कुछ लाभ हुआ है? संसद में यही सवाल 3 सांसदों ने पूछा। सांसद संजीव भरद्वाज, सयानी घोष और शफी परम्बिल ने सवाल किया कि 10 साल में MSME क्षेत्र का GDP में कितना योगदान है, राज्यवार और साल दर साल ब्यौरा क्या है।
सरकार आने वाले सालों में GDP के लिए कोई लक्ष्य तय किया गया है, ग्रामीण क्षेत्रों में कितनी MSME हैं, बंद हुए MSME कितने हैं, सरकार इन्हें सही दिशा देने के लिए क्या-क्या कर रही है।
MSME की GDP में हिस्सेदारी कितनी? संसद में MSME राज्य मंत्री शोभा करांदजले ने जवाब में कहा है कि सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (MoSPI) ने कहा है कि GDP में अलग से राज्यवार योगदान MoSPI की ओर से नहीं किया जाता है लेकिन साल 2014-15 से लेकर 2023-24 तक के बीच MSME का ग्रॉस वैल्यू एडेड (GVA) शानदार रहा है।
साल
MSME GVA की GDP में हिस्सेदारी (%)
2014-15
29.72
2015-16
29.48
2016-17
29.25
2017-18
29.69
2018-19
30.5
2019-20
30.48
2020-21
27.27
2021-22
29.64
2022-23
30.25
2023-24
29.60
भारत के एक्सपोर्ट में MSME की हिस्सेदारी कितनी है?
साल
MSME प्रोडक्ट्स (%)
2021-22
45.03
2022-23
43.59
2023-24
45.73
MSME की वजह से 26 करोड़ लोगों को रोजगार मिला है। (Photo Credit: GOI)
कितने लोगों को MSME से मिला रोजगार उदयम रजिस्ट्रेशन पोर्टल और उदयम असिस्ट प्लेटफॉर्म (UAP) पर दर्ज आंकड़ों बताते हैं कि MSME सेक्टर की वजह से 26.09 करोड़ लोगों को रोजगार मिला है।
साल
रोजगार
2020-21
2,73,18,171
2021-22
3,48,85,063
2022-23
4,55,88,702
2023-24
7,39,75,638
2024-25
7,91,54,727
कुल आंकड़े
26,09,22,301
MSME सेक्टर को कैसे निखार रही सरकार? सरकार क्रेडिट गारंटी स्कीम के जरिए MSME के लिए क्रेडिट गारंटी फंड ट्रस्ट के जरिए अलग-अलग श्रेणियों में लोन के लिए 90 फीसदी गारंटी कवरेज देती है। लघु उद्यमों को 5 करोड़ तक कोलेटरल फ्री लोन, आत्म निभर्र भारत कोष के जरिए 50 हजार करोड़ रुपये की इक्विटी कॉर्पस प्रावधान। 200 करोड़ रुपये के मूल्य तक खरीद के लिए कोई ग्लोबल कॉन्ट्रैक्ट नहीं किए जाएंगे। नॉन टैक्स बेनिफिट्स को 3 साल के लिए बढ़ा दिया गया है।
2020 से अब तक कितने MSME बंद करने पड़े?
साल
संख्या
2020-21
175
2021-22
6,222
2022-23
13,290
2023-24
19,828
2024-25
37,467
MSME क्या है? MSME, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम है। अब यह भारत की अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। ये छोटे और मध्यम स्तर के व्यवसाय होते हैं जो देश के औद्योगिक विकास, रोजगार सृजन और निर्यात में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। भारत सरकार ने MSME को उनके निवेश और वार्षिक टर्नओवर के आधार पर तीन श्रेणियों में बांटा है-
सूक्ष्म उद्यम: वार्षिक टर्नओवर 5 करोड़ रुपये तक लघु उद्यम: वार्षिक टर्नओवर 5 करोड़ रुपये से अधिक और 75 करोड़ रुपये से कम मध्यम उद्यम: वार्षिक टर्नओवर 75 करोड़ रुपये से अधिक और 250 करोड़ रुपये से कम
MSME रजिस्ट्रेशन कैसे करें? MSME के लिए उद्यम रजिस्ट्रेशन पोर्टल पर आवेदन दिया जा सकता है। उद्यम पोर्टल udyamregistration.gov.in पर जाकर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है। सरकार MSME पर टैक्स में छूट देती है, ट्रेनिंग की व्यवस्था कराती है और कई अहम क्षेत्रों में सब्सिडी भी देती है।