भूल हुई वरना आज 2.5 अरब डॉलर होते? सुंदर पिचाई के अरबपति बनने की कहानी
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• NEW DELHI 25 Jul 2025, (अपडेटेड 25 Jul 2025, 10:02 AM IST)
सुंदर पिचाई अरबपति बन गए हैं। उनकी कुल नेटवर्थ 1.1 अरब डॉलर पहुंच गई है। सुंदर पिचाई 10 साल पहले गूगल के CEO बने थे। इस दौरान कंपनी के शेयर 520% से ज्यादा बढ़े हैं।

सुंदर पिचाई। (AI Generated Image)
गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट के CEO सुंदर पिचाई अब अरबपति हो गए हैं। ब्लूमबर्ग बिलियनेयर इंडेक्स के मुताबिक, सुंदर पिचाई की कुल नेटवर्थ 1.1 अरब डॉलर यानी लगभग 9,520 करोड़ रुपये हो गई है। यह कमाल इसलिए हुआ, क्योंकि अल्फाबेट के शेयर ऑल टाइम हाई पर पहुंच गए हैं।
सुंदर पिचाई 2004 से गूगल से जुड़े हैं। साल 2015 में गूगल को रिस्ट्रक्चर किया गया और एक नई कंपनी अल्फाबेट बनी। अब यही गूगल की पैरेंट कंपनी है। अल्फाबेट बनने के बाद अगस्त 2015 में सुंदर पिचाई को गूगल का CEO बनाया गया। दिसंबर 2019 में गूगल के फाउंडर लैरी पेज और सर्गेई बिन के इस्तीफे के बाद सुंदर पिचाई अल्फाबेट के CEO बन गए।
यह इसलिए खास है, क्योंकि सुंदर पिचाई गूगल के फाउंडर में से नहीं रहे हैं और उनका CEO बनना ही बड़ी उपलब्धि है। आमतौर पर किसी भी कंपनी के CEO उसके फाउंडर ही बनते हैं। मसलन, मेटा के CEO मार्क जकरबर्ग और Nvidia के CEO जेन्सेन हुआंग। अब तो सुंदर अरबपति भी बन गए हैं। 20 साल से ज्यादा लंबे समय से गूगल से जुड़े हुए सुंदर पिचाई अब अरबपति बन गए हैं। अगस्त में उन्हें गूगल की कमान संभाले 10 साल पूरे हो जाएंगे।
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तमिलनाडु टू कैलिफोर्निया
सुंदर पिचाई तमिलनाडु के साधारण परिवार में पले-बढ़े हैं। यहां वे दो कमरों के एक अपार्टमेंट में रहते थे। उनके परिवार के पास कोई कार भी नहीं थी। सुंदर जब 12 साल के थे, तब उनके घर में पहला टेलीफोन लगा। साल 1993 में जब स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी से सुंदर को ग्रेजुएशन की स्कॉलरशिप मिली तो उनके परिवार ने कैलिफोर्निया की टिकट पर 1 हजार डॉलर खर्च किए थे। यह उनके पिता की सालाना सैलरी से भी कहीं ज्यादा था।
साल 2004 में सुंदर पिचाई की गूगल में एंट्री हुई। गूगल के क्रोम ब्राउजर और एंड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम को तैयार करने में उनकी अहम भूमिका रही है।
2015 में गूगल ने रिस्ट्रक्चर किया और पैरेंट कंपनी अल्फाबेट बनाई। गूगल के फाउंडर लैरी पेज और सर्गेई बिन अल्फाबेट के CEO बने और गूगल की कमान सुंदर पिचाई को दी गई। 7 दिसंबर 2019 को सुंदर अल्फाबेट के CEO बन गए।
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अरबपति कैसे बन गए सुंदर पिचाई?
पिछले साल अक्टूबर में सुंदर ने ब्लूमबर्ग को एक इंटरव्यू दिया था। उन्होंने कहा था, 'CEO बनने के बाद मैंने सबसे पहला काम जो किया, वह था कंपनी को AI पर केंद्रित करना।'
2014 में गूगल ने लंदन के स्टार्टअप 'डीपमाइंड' को 40 करोड़ डॉलर में खरीदकर AI में अपना पहला बड़ा निवेश किया। सुंदर के CEO बनने के बाद कंपनी लगातार इन्वेस्ट कर रही है।
इस साल फरवरी में कंपनी ने कहा था कि वह 2025 में AI में आगे बढ़ते हुए कैपिटल एक्सपेंडिचर पर 75 अरब डॉलर का निवेश करेगी। हालांकि, 23 जुलाई को कंपनी ने बताया कि क्लाउड प्रोडक्ट्स और सर्विसेस की मांग बढ़ रही है, इसलिए अब कंपनी इस साल 75 अरब डॉलर नहीं, बल्कि 85 अरब डॉलर का निवेश करेगी। सुंदर पिचाई ने कहा, 'क्लाउड कस्टमर की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए AI में निवेश करना जरूरी है।'
Just got off the earnings call - great quarter and it was our (and my) 40th call as Alphabet.
— Sundar Pichai (@sundarpichai) July 23, 2025
August will mark 10 years since we announced Alphabet. Been thinking about the incredible growth in our new businesses since then - Cloud, YouTube, Play, Subscriptions etc. To give a…
सुंदर पिचाई के अरबपति बनने की एक वजह अल्फाबेट के शेयर हैं। दरअसल, 23 जुलाई को अल्फाबेट ने इस साल की दूसरी तिमाही यानी अप्रैल से जून के फाइनेंशियल रिजल्ट जारी किए हैं। इसमें कंपनी ने बताया है कि उसे इस साल की जून तिमाही में 96.43 अरब डॉलर का रेवेन्यू मिला है। यह पिछले साल की जून तिमाही से 14% ज्यादा है। 2024 की जून तिमाही में अल्फाबेट को 84.75 अरब डॉलर का रेवेन्यू मिला था।
कंपनी ने जो रिजल्ट जारी किए हैं, वह मार्केट एक्सपर्ट की उम्मीदों से भी ज्यादा हैं। मार्केट एक्सपर्ट ने 94 अरब डॉलर के रेवेन्यू का अनुमान लगाया था लेकिन अल्फाबेट को 96 अरब डॉलर से भी ज्यादा रेवेन्यू मिला।
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तो और अमीर होते सुंदर पिचाई
ब्लूमबर्ग ने बताया कि साल 2023 के बाद से अल्फाबेट की मार्केट वैल्यू 1 ट्रिलियन डॉलर बढ़ी है। इस दौरान निवेशकों को 120% का रिटर्न मिला है। दूसरी तिमाही के रिजल्ट आने के बाद अल्फाबेट के शेयर अब तक के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है।
10 अगस्त 2015 को सुंदर पिचाई जब गूगल के CEO बने थे, तब एक शेयर की कीमत 31.5 डॉलर थी। 24 जुलाई 2025 तक यह बढ़कर 195.9 डॉलर हो गई। यानी, 10 साल में अल्फाबेट के एक शेयर की कीमत 520% से ज्यादा बढ़ चुकी है।
सुंदर पिचाई के पास अल्फाबेट के 0.02% शेयर हैं। इनकी वैल्यू 44 करोड़ डॉलर है। ब्लूमबर्ग ने बताया कि एक दशक में सुंदर ने शेयरों की बिक्री से 65 करोड़ डॉलर कमाए हैं। हालांकि, इससे उन्हें 1 अरब डॉलर से ज्यादा का नुकसान उठाना पड़ा है।
ब्लूमबर्ग का कहना है कि अगर सुंदर पिचाई ने अपने शेयर नहीं बेचे होते तो आज के हिसाब से उनकी नेटवर्थ 2.5 अरब डॉलर से ज्यादा होती।
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सुंदर पिचाई को कितनी सैलरी मिलती है?
सुंदर पिचाई उन CEO में शुमार हैं, जिन्हें सबसे ज्यादा सैलरी और भत्ते मिलते हैं। अल्फाबेट के प्रॉक्सी स्टेटमेंट के मुताबिक, 2025 में कंपनी सुंदर पिचाई को 1.08 करोड़ डॉलर से ज्यादा की सैलरी और भत्ते दिए हैं। भारतीय करंसी में यह रकम 92 करोड़ रुपये से ज्यादा होती है। इससे पहले 2023 में कंपनी ने उन्हें 88 लाख डॉलर की सैलरी और भत्ते दिए थे।
2022 में अल्फाबेट की तरफ से सुंदर पिचाई को बहुत बड़ा इनाम मिला था। जबरदस्त परफॉर्मेंस के कारण अल्फाबेट ने सुंदर पिचाई को स्टॉक अवॉर्ड दिया था। इससे 2022 में उन्हें कुल 22.6 करोड़ डॉलर की कमाई हुई थी।
प्रॉक्सी स्टेटमेंट के मुताबिक, सुंदर पिचाई की सिक्योरिटी पर अल्फाबेट सबसे ज्यादा खर्च करती है। 2024 में सुंदर को 1.08 करोड़ डॉलर की सैलरी और भत्ते मिले थे। इनमें से उनकी बेसिक सैलरी 20 लाख डॉलर थी। इसमें से 82.7 लाख डॉलर उनकी सिक्योरिटी के लिए उन्हें दिए गए थे। यह पैसा उनकी 24X7 सिक्योरिटी पर खर्च होता है।
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