अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ अटैक के बाद दुनिया में ट्रेड वॉर का खतरा बढ़ गया है। ट्रंप ने भारत पर भी रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने की धमकी दी है। इस बीच बीच रेटिंग एजेंसी फिच ने अपनी नई रिपोर्ट में कहा है कि इस टैरिफ वॉर का भारत पर कुछ खास असर नहीं पड़ेगा।
फिच ने नई रिपोर्ट में कहा है, '2025-26 में भारत की जीडीपी ग्रोथ रेट 6.5 फीसदी और 2026-27 में 6.3 फीसदी रहने की उम्मीद है।'
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भारत पर असर क्यों नहीं?
इससे पहले दिसंबर में फिच ने अपनी रिपोर्ट में 2025-26 में भारत की जीडीपी ग्रोथ रेट का अनुमान 6.5 फीसदी ही लगाया था। हालांकि, 2026-27 में 6.2 फीसदी ग्रोथ का अनुमान लगाया था।
फिच ने अपनी नई रिपोर्ट में कहा है कि 'आत्मनिर्भरता' के कारण भारत पर टैरिफ वॉर का बहुत खास असर नहीं पड़ेगा। रिपोर्ट में कहा गया है, 'अमेरिका की ट्रेड पॉलिसी उम्मीद से कहीं ज्यादा आक्रामक हैं। इस कारण कई सारे रिस्क भी हैं लेकिन बाहरी मांग पर भारत की कम निर्भरता है, जिस कारण वह टैरिफ वॉर से कुछ हद तक सुरक्षित है।'
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2024-25 में कितनी ग्रोथ?
फिच ने बताया कि 2024-25 की चौथी तिमाही (जनवरी से मार्च) में जीडीपी में 6.2 फीसदी की ग्रोथ होने की उम्मीद है। जबकि पिछली तिमाही (अक्टूबर से दिसंबर) में 5.4 फीसदी की ग्रोथ होने का अनुमान है।
रेटिंग एजेंसी ने कहा कि तीसरी तिमाही की तुलना में चौथी तिमाही में ग्रोथ की बड़ी वजह निजी और सरकारी खर्च में बढ़ोतरी के कारण हुई है। कैपिटल इन्वेस्टमेंट होने का असर भी दिखा। इसके अलावा कृषि ने भी इसमें बड़ी भूमिका निभाई है, क्योंकि सामान्य से ज्यादा मानसूनी बारिश होने के चलते खरीफ फसलों की पैदावार बढ़ी है। इस हिसाब से 2024-25 में जीडीपी ग्रोथ रेट 6.3 फीसदी रहने की उम्मीद है।
फिच का यह अनुमान आर्थिक सर्वे के अनुमान के बराबर ही है। आर्थिक सर्वे में वित्त वर्ष 2024-25 में GDP ग्रोथ रेट 6.4% रहने का अनुमान है। जबकि, आने वाले वित्त वर्ष यानी 2025-26 में ग्रोथ रेट 6.3 से 6.8% तक होने की उम्मीद है।