केंद्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर 2 रुपये प्रति लीटर की दर से एक्साइज ड्यूटी बढ़ा दी है। केंद्र सरकार के इस फैसले का असर आम आदमी पर नहीं पड़ेगा। खुदरा कीमतों में कोई इजाफा नहीं होगा। पेट्रोलियम मंत्रालय ने यह ऐलान किया है। अब पेट्रोल पर एक्साइज ड्युटी 13 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 10 रुपये प्रति लीटर बढ़ाई गई है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की नीतियों की वजह से दुनियाभर में आर्थिक अस्थिरता बढ़ी है, वैश्विक बाजार प्रभावित हुआ है। वैश्विक कीमतों की वजह से सरकार ने यह ऐलान किया है।
अब खुद केंद्र सरकार ने कहा है कि पेट्रोल-डीजल की खुदरा कीमतें स्थिर रह सकती हैं, वजह यह है कि वैश्विक स्तर पर तेल की कीमतों में गिरावट आ रही है। कई महीनों से तेल की कीमतें स्थिर थीं, अब अचानक बढ़ने के बाद लोग केंद्र की आलोचना करने लग गए। हंगामे के बाद केंद्र सरकार ने सफाई पेश की है कि कीमतें आम आदमी के लिए नहीं बढ़ रही हैं।
सरकार ने क्यों लिया है यह फैसला?
केंद्र सरकार ने यह फैसला सुनाते हुए तर्क दिया है कि जनहित में यह फैसला लिया गया है। सरकार ने सेंट्रल एक्साइज एक्ट 1944 की धारा 5ए और फाइनेंस एक्ट 2002 की धारा 147 के दायरे में ही एक्साइज ड्यूटी बढ़ाने का फैसला लिया है। एक्साइज ड्यूटी बढ़ाने के फैसले के बाद से ही विपक्षी नेताओं ने केंद्र की आलोचना शुरू कर दी थी। अब केंद्र सरकार ने अपना पक्ष रखा है।
आम आदमी पार क्या होगा असर?
आम आदमी पर बढ़े हुए एक्साइज ड्यूटी का कोई असर नहीं पडे़ेगा। तेल की कीमतें स्थिर रहेंगी। खुदरा कीमतें सरकार नहीं बढ़ा रही है।
एक्साइज ड्यूटी क्या है?
एक्साइज ड्यूटी वस्तुओं के उत्पादन, लाइसेंसिंग और बिक्री के लिए एक तरह का कर है। उत्पादकों पर यह टैक्स केंद्र सरकार की ओर से लगाया जाता है। यह कस्टम टैक्स से अलग होता है। साल 2017 के बाद शराब और पेट्रोलियम पर ही यह टैक्स लगाया जाता है।
कांग्रेस ने बढ़ती कीमतों को लेकर केंद्र को घेरा
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, 'वाह मोदी जी वाह। मई 2014 के मुक़ाबले अंतर्राष्ट्रीय कच्चे तेल की क़ीमत में 41% की गिरावट आई है पर आपकी लुटेरी सरकार ने पेट्रोल-डीज़ल के दाम कम करने के बजाय, दो-दो रुपये सेंट्रल एक्साइज ड्यूटी बढ़ा दी है। टैरिफ नीति पर कुंभकर्णी नींद से शेयर बाज़ार में छोटे-बड़े निवेशकों का एक झटके में ₹19 लाख करोड़ स्वाहा होने से आपको चैन नहीं मिला होगा इसलिए आपकी सरकार जले पर नमक छिड़कने आ गई।'