रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के पूर्व गवर्नर उर्जित पटेल को केंद्र सरकार अहम जिम्मेदारी सौंपी है। सरकार ने उर्जित पटेल को इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड (IMF) में एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर नियुक्त किया है। उनकी यह नियुक्ति तीन साल के लिए की गई है।
उर्जित पटेल RBI के 24वें गवर्नर थे। उन्हें 2016 में RBI का गवर्नर नियुक्त किया गया था। 2018 में उन्होंने निजी कारणों के चलते RBI के गवर्नर पद से इस्तीफा दे दिया था। उर्जित पटेल पहले गवर्नर थे, जिन्होंने निजी कारणों के चलते RBI से इस्तीफा दिया था।
3 साल रहेंगे IMF के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर
RBI छोड़ने के लगभग 7 साल बाद केंद्र सरकार ने उन्हें IMF में एग्जीक्यूटिव डायरेक्ट बनाया है। इसे लेकर मिनिस्ट्री ऑफ पर्सनल एंड पब्लिक ग्रीवांस एंड पेंशन ने उनकी नियुक्ति का नोटिफिकेशन जारी कर दिया है।
नोटिफिकेशन में बताया गया कि कैबिनेट की अपॉइंटमेंट कमेटी ने RBI के पूर्व गवर्नर और अर्थशास्त्री डॉ. उर्जित पटेल को IMF का एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर नियुक्त करने को मंजूरी दे दी है। उनकी यह नियुक्ति कार्यभार संभालने के बाद तीन साल तक या अगले आदेश तक रहेगी।
कौन हैं उर्जित पटेल?
केन्या में एक गुजराती परिवार में जन्मे उर्जित पटेल 2013 में भारतीय नागरिक बने थे। केन्या में स्कूली पढ़ाई करने के बाद उन्होंने 1984 में लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से ग्रेजुएशन किया। इसके बाद उन्होंने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से M.Phil की डिग्री ली और बाद में 1990 में येल यूनिवर्सिटी से इकोनॉमिक्स में Ph.D. की डिग्री हासिल की।
Ph.D. करने के बाद उर्जित पटेल IMF के साथ जुड़े। यहां वह अमेरिका, भारत, बहामास और म्यांमार डेस्क पर काम करते थे। इसके बाद उन्होंने RBI ज्वॉइन किया। साल 1998 से 2001 तक उन्होंने वित्त मंत्रालय में कंसल्टेंट के तौर पर भी काम किया।
11 जनवरी 2013 को उन्हें RBI का डिप्टी गवर्नर नियुक्त किया गया था। रघुराम राजन का कार्यकाल पूरा होने के बाद 4 सितंबर 2016 को उन्हें RBI का गवर्नर नियुक्त किया गया। उर्जित पटेल के कार्यकाल में ही नोटबंदी की गई थी। 10 दिसंबर 2018 को उन्होंने RBI के गवर्नर पद से इस्तीफा दे दिया था। उर्जित पटेल RBI के पहले ऐसे गवर्नर हैं, जिनका कार्यकाल सबसे छोटा रहा।