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दो महीने में दूसरी बार रेपो रेट में कटौती, EMI पर दिखेगा असर

रिजर्व बैंक ने दो महीने में दूसरी बार रेपो रेट में कटौती कर दी है। मॉनिटरिंग पॉलिटी कमेटी की बैठक में रेपो रेट में 0.25% की कटौती का फैसला लिया गया है। ऐसे में जानते हैं कि इसका असर क्या होगा?

rbi repo rate

आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा। (Photo Credit: PTI)

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने मिडिल क्लास को बड़ी राहत देते हुए रेपो रेट में कटौती का ऐलान किया है। RBI की मॉनिटरिंग पॉलिसी में रेपो रेट में कटौती करने का फैसला लिया गया था। RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कटौती की जानकारी दी। RBI ने रेपो रेट में 0.25% की कटौती कर दी है। अब मौजूदा रेपो रेट 6% हो गई है।


दो महीने में यह दूसरी बार है जब RBI ने रेपो रेट में कटौती की है। इससे पहले 7 फरवरी को भी RBI ने रेपो रेट में 0.25% की कटौती की थी। यह कटौती पांच साल बाद हुई थी।


RBI ने रेपो रेट में कटौती करने का फैसला ऐसे वक्त लिया है, जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ अटैक से दुनियाभर में अस्थिरता का माहौल है। शेयर मार्केट में भी अनिश्चितता बनी हुई है। ऐसे में RBI के इस फैसले को मिडिल क्लास के लिए बड़ा तोहफा माना जा सकता है।

 

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RBI गवर्नर ने किया ऐलान

रेपो रेट में कटौती करने का यह फैसला RBI की मॉनिटरिंग पॉलिसी कमेटी (MPC) की बैठक में लिया गया। बैठक के बाद RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा ने बताया कि रेपो रेट में कटौती करने का फैसला सर्वसम्मति से लिया गया। अब मौजूदा रेपो रेट 6% होगी। इसे तत्काल प्रभाव से लागू किया गया है। इसका मतलब हुआ कि रेपो रेट में कटौती बुधवार से ही लागू हो जाएगी।

 

इसका असर क्या होगा?

रेपो रेट असल में वह दर होती है, जिस पर रिजर्व बैंक बाकी बैंकों को कर्ज देता है। इसी रेट पर बैंक RBI को ब्याज चुकाते हैं। रेपो रेट कम होगा तो वे कम ब्याज पर ज्यादा लोन लेने का रिस्क उठा सकेंगे। बैंकों को ज्यादा पैसा मिलेगा तो वे इसे कम ब्याज दर पर अपने ग्राहकों को भी देंगे। इससे ग्राहकों की ईएमआई में भी कमी आती है।


इससे बैंकों ने लोगों को जो होम लोन, कार लोन या अन्य लोन बांटे होते हैं या भविष्य में बांटना होता है उसके लिए उनके पास ज्यादा पैसे होते हैं।

 

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कम हो जाएगी EMI

रेपो रेट में कटौती का सीधा-सीधा असर लोन और EMI पर पड़ता है। रेपो रेट में कटौती होने से लोन मिलना आसान हो जाता है। साथ ही EMI का बोझ भी कम होता है।


इसे ऐसे समझिए कि आपने 50 लाख रुपये का लोन 20 साल के लिए लिया है। पहले इस पर ब्याज दर 8.75% लगती थी तो इस हिसाब से हर महीने की EMI बनती थी 44,186 रुपये। अब RBI ने रेपो रेट में 0.25% की कटौती कर दी है तो ब्याज दर भी घटकर 8.50% हो जाएगी। इससे EMI घटकर 43,391 रुपये हो जाएगी। यानी हर महीने 795 रुपये की बचत होगी।


हालांकि, होम लोन जैसे मामलों में किश्त में जाने वाली राशि के बजाय किश्तों की संख्या कम कर दी जाती है।

शेयर बाजार को भी संभलने की उम्मीद

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से टैरिफ लगाने के बाद से शेयर मार्केट में अनिश्चितता का दौर बना हुआ है। हालांकि, मंगलवार को RBI की ओर से रेपो रेट में कटौती किए जाने की उम्मीद से शेयर मार्केट थोड़ा संभल गया था। मंगलवार को Sensex 1,089 पॉइंट्स की तेजी के साथ 74,227 पर बंद हुआ था। Nifty भी 374 पॉइंट्स चढ़कर 22,536 पर बंद हुआ था। अब बुधवार को RBI ने रेपो रेट में कटौती कर दी है। इससे बाजार में थोड़ी तेजी आने की उम्मीद है।

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