भारत में तेजी से बैंकों में जमा राशि बढ़ रही है, वहीं उससे भी अधिक रफ्तार से निजी कर्ज की रकम में इजाफा हो रहा है। साल 2015 से 2024 के बीच इन दल सालों में बैंकों की कुल जमा राशि 2.4 फीसदी यानी ढाई गुना बढ़ी है। इसमें 22 फीसदी हिस्सेदारी अकेले महाराष्ट्र की है।
साल 2023-24 में बैंकों में कुल जमा राशि 212 लाख करोड़ रुपये है, जिसमें से महाराष्ट्र की जमा राशि 46.7 लाख करोड़ रुपये है। ये आंकड़े रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की तरफ से सोमवार को जारी हैंडबुक ञफ स्टैटिस्टिक्स ऑन इंडियन स्टेट्स 2023-24 में सामने आया है।
मणिपुर में सबसे ज्यादा महंगाई
इसके अलावा निजी कर्ज 10 सालों में 4.5 गुना बढ़ गया है। इसमें पर्सनल लोन, होम लोन, कार लोन आदि शामिल है। साल 2015 में देशभर में 11.44 लाख करोड़ का निजी कर्ज लिया गया था। जबकि, साल 2024 में 51.44 लाख करोड़ रुपये हो गया। साल 2023-24 में देश में सबसे ज्यादा 10 फीसदी औसत राज्य महंगाई दर मणिपुर की रही।
देश की महंगाई दर 5.4 फीसदी
देश की महंगाई दर 5.4 फीसदी रही। हरियाणा की महंगाई दर 6.6 फीसदी, उत्तर प्रदेश, बिहार, कर्नाटक की 5.8 फीसदी, गुजरात और झारखंड की 5.7 फीसदी, उत्तराखंड की 5.6 फीसदी और पंजाब की 5.5 फीसदी दर्ज की गई।
केरल में सबसे ज्यादा मजदूरी
ग्रामीण क्षेत्रों निर्माण में जुटे मजदूरों की सबसे ज्यादा 894 रुपये की दिहाड़ी मजदूरी केरल में है। खेती मजदूरी भी केरल में ही सबसे ज्यादा 807 रुपये रोजाना है। यह जम्मू-कश्मीर में 566 रुपये, तमिलनाडु में 541 रुपये, हिमाचल प्रदेश में 492 रुपये और हरियाणा में 452 रुपये है। देश में सबसे ज्यादा 39,666 फैक्ट्रियां तमिलनाडु में हैं। वहीं गुजरात 31031 के साथ में दूसरे पायदान पर है।
प्रति व्यक्ति बिजली उपलब्धता में गोवा आगे
देश में प्रति व्यक्ति बिजली उपलब्धता में गोवा आगे नंबर 1 है। यहां प्रति व्यक्ति 3,508 यूनिट बिजली उपलब्ध है। जबकि बिहार में बिजली की उपलब्धता सबसे कम महज 394 यूनिट प्रति व्यक्ति है। अभी राष्ट्रीय स्तर पर प्रति व्यक्ति औसत बिजली उपलब्धता 1340 यूनिट है।