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सचिन तेंदुलकर के रिश्तेदार बने रवि घई कौन हैं; कैसे बने अरबपति?

भारत के मशहूर बिजनेसमैन रवि घई की पोती सानिया चंडोक की सगाई हाल ही में पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर से हुई है। रवि घई ग्रैविस ग्रुप के मालिक हैं।

Ravi Ghai Grand Daughter Soniya Chandok and Arjun Tendulkar

रवि घई की पोती सोनिया चंडोक और अर्जुन तेंदुलकर: Photo Credit: X handle/Sachin Parihar

मुंबई के जाने-माने बिजनेसमैन रवि घई इन दिनों चर्चा में हैं। ग्रैविस ग्रुप के मालिक रवि घई, इंटरकॉन्टिनेंटल होटल (मरीन ड्राइव) और मशहूर आइसक्रीम ब्रांड द ब्रुकलिन क्रीमेरी के लिए जाने जाते हैं। हाल ही में उनकी पोती सानिया चंडोक की सगाई क्रिकेट लीजेंड सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर से हुई है, जिसके बाद उनका परिवार एकबार फिर सुर्खियों में आ गया है। रवि घई ग्रैविस हॉस्पिटैलिटी लिमिटेड के नॉन-एग्जिक्यूटिव चेयरमैन हैं और कई कंपनियों में डायरेक्टर भी हैं।

 

हाल ही में रवि घई ने अपने बेटे गौरव घई पर कंपनी पर कब्जा करने और धोखाधड़ी का गंभीर आरोप लगाया था। मामला अब पुलिस से होते हुए मध्यस्थता तक पहुंच चुका है, जबकि घई परिवार के बिजनेस और संपत्ति भी चर्चा का विषय बनी हुई है। 

 

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कैसे बने इतने बड़े बिजनेसमैन?

रवि घई ने कॉर्नेल यूनिवर्सिटी के School of Hotel Administration से पढ़ाई की है। साल 1967 में वह मुंबई लौटे और अपने पिता इकबाल कृष्णन (आईके घई) से पारिवारिक बिजनेस संभालने लगे। उनकी देख-रेख में ग्रैविस ग्रुप ने क्वालिटी आइसक्रीम और नटराज होटल (अब इंटरकॉन्टिनेंटल होटल) जैसे मशहूर ब्रांड लॉन्च किए हैं। उन्होंने बास्किन-रॉबिंस (Baskin-Robbins) को SAARC देशों में लाने का काम भी किया है। लंबे समय से उनका नाम होटल और फूड इंडस्ट्री की फील्ड में बड़े बिजनेसमैन के तौर पर जाना जाता है।

बेटे से विवाद

इतनी सफलता के बावजूद, रवि घई की निजी जिंदगी में काफी मुश्किलें आई हैं। मी़डिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्होंने अपने बेटे गौरव घई के खिलाफ मुंबई के मरीन ड्राइव पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी। रवि का आरोप है कि कैंसर के इलाज के दौरान उनके बेटे ने कंपनी पर कब्जा कर लिया और उनके नकली सिग्नेचर का इस्तेमाल करके फैमिली सेटलमेंट एग्रीमेंट में बदलाव कर दिया। उनका कहना है कि इलाज के बाद बेटा और बहू अक्सर बिजनेस पेपर्स साइन कराने लाते थे और तबीयत खराब होने की वजह से उन्होंने बिना शक किए पेपर्स पर साइन कर दिए थे। 

 

जनवरी 2025 में उनकी 12.5 लाख रुपये की मासिक अलाउंस बंद हो गई थी और अप्रैल में उन्हें पता चला कि गौरव खुद को कंपनी का चेयरमैन घोषित कर चुका है। हालांकि, जब वह इस मामले में शिकायत दर्ज कराने पहुंचे थे, तो पुलिस ने FIR दर्ज करने से इनकार कर दिया और कहा कि यह पारिवारिक मामला है, जिसे अदालत के बाहर सुलझाया जाना चाहिए। फिलहाल, यह मामला अभी भी चल रहा है।

 

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घई परिवार की संपत्ति

ग्रैविस ग्रुप के जरिए घई परिवार के पास बड़ी संपत्ति है। इसमें द ब्रुकलिन क्रीमेरी और बास्किन-रॉबिंस इंडिया फ्रेंचाइज शामिल है। ग्रैविस फूड सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड ने 2023–24 में 624 करोड़ रुपये की कमाई की थी, जो पिछले साल से 20% ज्यादा है। कंपनी की अधिकृत पूंजी 2.23 करोड़ रुपये और पेड-अप कैपिटल 90,100 रुपये है। इसके अलावा, उनके पास मुंबई का इंटरकॉन्टिनेंटल होटल भी है, जो InterContinental Hotels Group के तहत आता है, जिसकी वैल्यू अगस्त 2025 में करीब 18.43 बिलियन डॉलर थी।

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