नए टैक्स सिस्टम के तहत अब 12 लाख रुपये तक की सैलरी पर टैक्स नहीं देना होगा। इस घोषणा के बाद सैलरी टैक्सपेयर्स सोच रहे हैं कि क्या अब उन्हें इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करना होगा या नहीं? ऐसे कई लोग होंगे जिनकी सैलरी 12 लाख होगी तो ऐसे में क्या उन्हें आईटीआर भरना होगा? इसके अलावा टैक्स नहीं भरने के बावजूद ITR फाइल करना क्यों फायदेमंद होता है, आइये जानें।
क्या 12 लाख रुपये तक की सैलरी वालों को भरना होगा ITR?
बजट घोषणाओं के बाद 12 लाख सैलरी वाले लोग कंफ्यूज है कि क्या उन्हें ITR फाइल करना होगा? तो ऐसे में जवाब है - हां। अगर आपकी सालाना इनकम 4 लाख रुपये से अधिक है तो आपको आईटीआर यानी इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करनी होगी।
यह भी पढ़ें: 12 लाख तक कोई टैक्स नहीं, इस घोषणा के बाद इंटरनेट यूजर्स हुए कंफ्यूज!
टैक्स नहीं भरने के बावजूद ITR फाइल करना क्यों फायदेमंद?
अगर आपकी इनकम टैक्सेबल लिमिट से कम है और आपको टैक्स नहीं भरना पड़ता, तब भी ITR (Income Tax Return) फाइल करना कई तरीकों से फायदेमंद हो सकता है। जैसे:
लोन और क्रेडिट कार्ड के लिए जरूरी
बैंक होम लोन, कार लोन, एजुकेशन लोन और क्रेडिट कार्ड देने से पहले ITR मांगते हैं।
ITR आपकी इनकम का प्रमाण होता है, जिससे लोन अप्रूवल आसान हो जाता है।
अगर आप बिजनेस या फ्रीलांसिंग करते हैं, तो बैंक आपकी ITR हिस्ट्री देखकर ही लोन देते हैं।
वीजा आवेदन में मदद
कई देशों का वीजा आवेदन करने के लिए पिछले 2-3 सालों का ITR अनिवार्य होता है।
यह आपकी फाइनेंशियल स्थिरता और लीगल स्टेटस को दर्शाता है।
अगर आप अमेरिका, कनाडा, यूरोप, यूके, ऑस्ट्रेलिया, या दुबई जाना चाहते हैं, तो ITR बहुत जरूरी होता है।
इनकम का लीगल रिकॉर्ड बनाना
ITR फाइल करने से आपकी कमाई का एक आधिकारिक रिकॉर्ड बनता है।
भविष्य में बड़ी संपत्ति खरीदते समय या किसी लीगल मामले में यह प्रूफ के रूप में काम आ सकता है।
टैक्स रिफंड का लाभ
अगर आपकी इनकम टैक्सेबल नहीं है लेकिन TDS (Tax Deducted at Source) कट गया है, तो ITR फाइल करके आप रिफंड क्लेम कर सकते हैं।
FD, फ्रीलांसिंग पेमेंट, या अन्य इनकम सोर्स से TDS कटा हो, तो ITR फाइल करके पैसा वापस मिल सकता है।
इंश्योरेंस पॉलिसी में मदद
50 लाख या उससे अधिक की टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदते समय ITR की कॉपी जरूरी होती है।
इंश्योरेंस कंपनियां आपकी इनकम और टैक्स हिस्ट्री देखकर ही पॉलिसी अप्रूव करती हैं।
सरकारी योजनाओं का लाभ
कई सरकारी योजनाएं (जैसे सब्सिडी, स्कॉलरशिप, या बिजनेस ग्रांट) में ITR की जरूरत होती है।
स्टार्टअप या बिजनेस ग्रांट के लिए भी पिछले 3 सालों का ITR रिकॉर्ड देखा जाता है।
भविष्य में इनकम बढ़ने पर कोई दिक्कत नहीं होगी
अगर आप अभी से ITR फाइल करना शुरू करते हैं, तो भविष्य में जब आपकी इनकम टैक्स के दायरे में आएगी, तो आपको कोई परेशानी नहीं होगी। टैक्स डिपार्टमेंट के रिकॉर्ड में आपकी फाइनेंशियल हिस्ट्री क्लियर रहेगी। ऐसे में अगर आपकी इनकम टैक्सेबल लिमिट से कम भी है, तब भी ITR फाइल करना एक स्मार्ट फाइनेंशियल डिसीजन हो सकता है। यह आपकी क्रेडिबिलिटी, फाइनेंशियल रिकॉर्ड और भविष्य की जरूरतों में मदद करता है। अगर आप भविष्य में लोन, वीजा, इंश्योरेंस, या टैक्स रिफंड का फायदा लेना चाहते हैं, तो ITR फाइल जरूर करें!