अगर आप वकील बनना चाहते हैं तो आपके पास दो विकल्प होते हैं। पहला विकल्प 12वीं के बाद इंटिग्रेटिड लॉ कोर्स में एडमिशन लेने का है। इस कोर्स में आप अपना एक साल बचा सकते हैं। पांच साल में आपको ग्रेजुएशन और लॉ की डिग्री मिल जाएगी। दूसरा विकल्प है कि आप पहले तीन साल की ग्रेजुएशन करें और उसके बाद तीन साल की बैचलर ऑफ लेजिस्लेटिव लॉ (एलएलबी) कोर्स करें। इसमें आपके कुल छह साल लग सकते हैं। दोनों कोर्स में कुछ अंतर हैं जिनके आधार पर आप यह चयन कर सकते हैं कि आपके लिए कौन सा कोर्स बेहतर रहेगा।
पांच साल का लॉ कोर्स अपेक्षाकृत नया है। इसमें ग्रेजुएशन के साथ लॉ का करिकुलम भी शामिल कर लिया गया है। इस कोर्स को करने में सबसे बड़ा फायदा यह है कि आपका एक साल बच जाता है और पांच साल में ही आपको लॉ की डिग्री मिल जाती है। तीन साल का लॉ कोर्स पारंपरिक कोर्स है। इसमें एडमिशन लेने के लिए आपको पहले ग्रेजुएट होना पड़ेगा। इसमें आपको लॉ ग्रेजुएट होने में कुल छह साल का समय लग जाएगा। दोनों कोर्स में लॉ करिकुलम लगभग एक जैसा ही है लेकिन दोनों कोर्स की फीस में बहुत ज्यादा अंतर है। 5 साल के लॉ कोर्स की फीस ज्यादातर संस्थानों में 1 लाख के करीब है और तीन साल के लॉ कोर्स की फीस 10,000 से शुरू होती है। हालांकि, देश में कुछ ऐसे संस्थान हैं जो कम फीस में पांच साल का लॉ कोर्स करवाते हैं।
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कम फीस में लॉ की पढ़ाई
अगर आप भी कम फीस में 12वीं के बाद लॉ करना चाहते हैं तो आपके पास सीमित विकल्प ही हैं। देश में ज्यादातर कॉलेजों में 5 साल के इंटिग्रेटिड लॉ कोर्स की फीस करीब एक लाख है। ऐसे मे बहुत से छात्र इस कोर्स के बजाए तीन साल ग्रेजुएशन करके तीन साल के सस्ते लॉ कोर्स में दाखिला लेते हैं। हालांकि, कुछ ऐसे कॉलेज हैं जहां से आप अपेक्षाकृत कम फीस में 5 साल की लॉ डिग्री कर सकते हैं।
जामिया मिल्लिया इस्लामिया
जामिया मिल्लिया इस्लामिया देश की राजधानी दिल्ली में स्थित एक प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान है। साल 2024 में NIRF ने इसे देशभर में 6वीं रैंक दी थी। यह यूनिवर्सिटी कम फीस पर बेहतर शिक्षा प्रदान करने के लिए जानी जाती है। इस यूनिवर्सिटी में 5 साल के लॉ कोर्स की भी अलग-अलग फीस है। BA.LLB (Regular) की फीस 15,000 रुपये सालाना है। BA.LLB (Self Finance) की फीस 75,000 रुपये से शुरू होकर 1 लाख तक हो सकती है। जामिया में अगर आप एडमिशन चाहते हैं तो इसके लिए आपको एंट्रेस एग्जाम देना होगा। यह एंट्रेंस जामिया यूनिवर्सिटी ही करवाती है।
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बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू)
बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी उत्तर प्रदेश में स्थित एक प्रमुख केंद्रीय यूनिवर्सिटी है। फैकल्टी ऑफ लॉ, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय की स्थापना 1922 में हुई थी और सरकारी यूनिवर्सिटी होने के चलते इसमें अपेक्षाकृत कम फीस है। बीएचयू में फैकल्टी ऑफ लॉ पांच साल का लॉ कोर्स और तीन साल का लॉ कोर्स दोनों करवाती है। तीन साल की एलएलबी की फीस यहां करीब 7,000 रुपये हर सेमेस्टर देनी होगी और पांच साल वाले कोर्स की फीस लगभग 35,000 हर सेमेस्टर देनी होगी।
गुजरात नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी
गुजरात में स्थित इस यूनिवर्सिटी में भी पांच साल के लॉ कोर्स की फीस बहुत कम है। इस यूनिवर्सिटी की स्थापना 2003 में गुजरात सरकार ने की थी। यह बार काउंसिल ऑफ इंडिया (BCI) और UGC दोनों से मान्यता प्राप्त है। इस यूनिवर्सिटी में आप 2 लाख से भी कम में पूरे पांच साल पढ़ाई कर सकते हैं। इस यूनिवर्सिटी में एडमिशन के लिए आपको CLAT एंट्रेस एग्जाम देना होगा।
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) भारत की प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी में से एक है। इसकी स्थापना 1891 में हुई थी और इसे कई सालों से देश के टॉप लॉ कॉलेज में गिना जाता है। इस यूनिवर्सिटी से पांच साल का लॉ कोर्स करने के लिए इस यूनिवर्सिटी का एंट्रेस एग्जाम देना होगा। इस कोर्स की पूरे पांच साल की फीस लगभग 2,45,000 रुपये है। बेहतर रैंकिंग में इतनी कम फीस में लॉ कोर्स करवाने वाले चंद यूनिवर्सिटी में एएमयू भी शामिल है।
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टॉप 5 लॉ कॉलेज
अगर कम फीस की शर्त हटा दें तो देश के कई ऐसे टॉप कॉलेज हैं, जहां से 5 साल का लॉ कोर्स किया जा सकता है। इन सभी टॉप कॉलेजों में एडमिशन के लिए CLAT एंट्रेस एग्जाम देना होता है।
- नेशनल लॉ स्कूल ऑफ इंडिया यूनिवर्सिटी (NLSIU), बेंगलुरु
- नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी (NLU), दिल्ली
- नालसर यूनिवर्सिटी ऑफ लॉ, हैदराबाद
- वेस्ट बंगाल नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ जुरिडिकल साइंसेज (WBNUJS), कोलकाता
- नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, जोधपुर