भारतीय क्रिकेट टीम के युवा खिलाड़ी रिंकू सिंह को उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने बड़ा तोहफा दिया है। खेल जगत में देश का नान रोशन करने के लिए 'अंतरराष्ट्रीय पदक विजेता सीधी भर्ती नियमावली 2022' के तहत उन्हें बेसिक शिक्षा अधिकारी नियुक्त किया जा रहा है। रिंकू सिंह को यह नियुक्ति राज्य सरकार की उस नीति के तहत दी जा रही है, जिसके अंतर्गत इंटरनेशनल स्तर पर देश का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ियों को सम्मानपूर्वक शासकीय सेवाओं में स्थान दिया जाता है। हालांकि, अब रिंकू सिंह की इस नियुक्ति पर बवाल हो रहा है।
रिंकू सिंह ने देश का नाम खेल जगत में तो रोशन किया है लेकिन उनकी योग्यता बेसिक शिक्षा अधिकारी बनने के लिए पर्याप्त नहीं है। सरकार ने जब रिंकू सिंह को बेसिक शिक्षा अधिकारी बनाने का फैसला किया तो सोशल मीडिया पर एक बहस छिड़ गई। दरअसल इस पद के लिए ग्रेजुएट होना जरूरी है और रिंकू सिंह ने हाईस्कूल भी पास नहीं किया है। सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने सरकार के फैसले का स्वागत किया लेकिन कुछ लोगों ने आलोचना भी की। लोगों का कहना है कि रिंकू को उनकी योग्यता के अनुसार, खेल विभाग या किसी अन्य विभाग में काम दिया जाना चाहिए था लेकिन सरकार ने बेसिक शिक्षा विभाग में अफसर बनाकर पढ़े लिखे नौजवानों को चिढ़ाने का काम किया है।
यह भी पढ़े-- प्रतिभा सेतु: Mains तक पहुंचे, मेरिट में नहीं आए? UPSC दिलाएगा नौकरी
बेसिक शिक्षा अधिकारी होता कौन है?
बेसिक शिक्षा अधिकारी सरकारी स्कूलों में प्राथमिक शिक्षा का ख्याल रखता है। उसके पास ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर की एक टीम है जिसे पहले ब्लॉक में प्राथमिक शिक्षा क्षेत्र पर नजर रखने के लिए बनाया जाता है। BEO कार्यालय आमतौर पर सरकारी स्कूल के आस-पास स्थित होता है और वह नियमित रूप से स्कूलों का निरीक्षण करता है। स्कूलों में आम तौर पर प्रिंसिपल, अध्यापकों, शिक्षा मित्र, पीटीआई शिक्षक बच्चों को पढ़ाने लिए होते हैं इसके अलावा स्कूल प्रबंधन समिति (SMC ) भी है। बेसिक शिक्षा अधिकारी को इन सभी के साथ मिलकर काम करना होता है। इनके अधिकार क्षेत्र में जिले के सभी स्कूल आते हैं।
कैसे बनें बेसिक शिक्षा अधिकारी?
बेसिक शिक्षा अधिकारी बनने के लिए संबंधित राज्य लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित की जाने वाली PCS परीक्षा पास करनी होती है। PCS की वैकेंसी में बेसिक शिक्षा अधिकारी के भी पद होते हैं। इस पद के लिए किसी भी विषय में ग्रेजुएट होने के साथ BED की डिग्री भी होनी चाहिए। ग्रेजुएशन के साथ BED की भी डिग्री है तो PCS की प्रारंभिक, मुख्य परीक्षा और इंटरव्यू क्लीयर करके बेसिक शिक्षा अधिकारी बना जा सकता है।
उम्र सीमा और सैलरी कितनी होगी?
बेसिक शिक्षा अधिकारी बनने के लिए उम्र सीमा कम से कम 21 साल है और अधिकतम 40 साल है। हालांकि, अधिकतम उम्र सीमा में OBC, SC,ST वर्ग को पांच साल की छूट मिलती है। बेसिक शिक्षा अधिकारी PCS रैंक का पद होता है और इस पद पर शुरुआती सैलरी करीब 50 हजार रुपये होती है। इस सैलरी में समय समय पर इजाफा होता रहता है। सैलरी के अलावा भी बेसिक शिक्षा अधिकारी को कई अन्य सुविधाएं मिलती हैं।
यह भी पढ़े-- QS रैंकिंग: भारत की स्थिति सुधरी, IIT दिल्ली देश में नंबर 1
रिंकू सिंह बेसिक शिक्षा अधिकारी बनने के लिए अयोग्य?
रिंकू सिंह को अंतरराष्ट्रीय पदक विजेता सीधी भर्ती नियमावली-2022 के तहत उत्तर प्रदेश सरकार ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) के पद पर नियुक्त करने की प्रक्रिया शुरू की है। इस बीच उनकी शैक्षिक योग्यता को लेकर बवाल हो रहा है। ऐसे में रिंकू सिंह इस पद पर नियुक्त हो पाएंगे या नहीं यह बड़ा सवाल है। आपको बता दें कि जिन नियमों के तहत रिंकू सिंह को इस पद पर नियुक्त किया गया है उनके अनुसार खिलाड़ियों को विषेश छूट दी जाती है। हालांकि, न्यूनतम योग्यता पूरा करना फिर भी जरूरी है। विषेश छूट के तहत नियमावली में शैक्षिक योग्यता के लिए 7 साल का समय देने का प्रावधान है और यह नियम खिलाड़ियों को नियुक्ति के बाद योग्यता पूरी करने की अनुमति देता है।