वादा- फसल नुकसान पर किसानों को मुआवजा जारी रहेगा
हम किसानों को 50 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर के हिसाब से फसल नुकसान पर मुआवजा देना जारी रखेंगे देश में सफल नुकसान पर किसानों को दिया जाने वाला यह सबसे अधिक मुआवजा है।
दिल्ली में खेती वाला क्षेत्र थोड़ा-बहुत ही बचा है। ज्यादातर पश्चिमी और उत्तर पश्चिमी दिल्ली के उन इलाकों में खेती होती है, जिन्हें बाहरी दिल्ली कहा जाता है। इसके अलावा, यमुना के खादर में भी खेती होती रही है लेकिन यह खेती कई बार दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) के निशाने पर भी आती रही है क्योंकि यमुना का डूब क्षेत्र डीडीए के अधीन है। बीते कुछ सालों में दिल्ली में बाढ़, बेमौसम बारिश और ओले गिरने की घटनाएं खूब हुई हैं। इसके चलते किसानों को नुकसान हुआ है। यही वजह है कि साल 2020 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने वादा किया था कि वह किसानों को उनकी फसल के नुकसान के लिए 50 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर की दर से मुआवजा देना जारी रखेगी।
2016 के कृषि सर्वे के मुताबिक, दिल्ली में लगभग 29 हजार हेक्टेयर से ज्यादा क्षेत्रफल पर खेती की जाती है और 21 हजार से ज्यादा किसान खेती के काम में लगे हुए हैं।
जनवरी 2022 में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल थे। उनकी अध्यक्षता में हुई कैबिनेट मीटिंग में फैसला लिया गया कि दिल्ली के किसानों को फसल के नुकसान पर 20 हजार रुपये प्रति एकड़ का मुआवजा दिया जाएगा। यानी जो वादा तय किया था उतने तक का फैसला इसी कैबिनेट मीटिंग में हो गया। 20 हजार रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से एक हेक्टेयर का मुआवजा लगभग 50 हजार रुपये ही बनता है। इससे पहले अक्तूबर 2021 में जब किसानों की फसल बर्बाद हुई थी तब किसानों ने अरविंद केजरीवाल से मुलाकात भी की थी और उनसे मांग की थी कि किसानों को मुआवजा दिया जाए। अरविंद केजरीवाल ने आश्वासन भी दिलाया थआ कि जिलाधिकारी खेतों की पैमाइश करेंगे जिसके बाद 50 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर के हिसाब से मुआवजा दिया जाएगा।
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फरवरी 2022 में अरविंद केजरीवाल ने कुछ किसानों को मुआवजे का चेक भी सौंपा। इस दौरान उन्होंने कहा था, 'आज इस कार्यक्रम में किसी को दो लाख तो किसी को तीन लाख का मुआवजा दिया गया जो कि एक सम्मानजनक राशि है। दूसरे राज्यों में देखते हैं कि 10 रुपये का चेक दे देते हैं, इससे अच्छा है कि चेक न ही दो। कम से कम किसी का अपमान तो मत करो।'
AAP सरकार ने क्या किया?
फरवरी 2022 में दिल्ली सरकार की ओर से किसानों को मुआवजा बांटा गया। तत्कालीन सीएम अरविंद केजरीवाल ने कुल 11 चेक बांटे। तब अरविंद केजरीवाल ने कहा कि 45 हजार किसानों को मुआवजा देने के लिए कुल 55.35 करोड़ का बजट रखा गया है।। मई 2022 तक कुल 38 हजार पात्र किसानों में से 18 हजार किसानों को ही मुआवजा मिला था। इतने किसानों को कुल 31.21 करोड़ रुपये बांटे गए थे। यह एक ही बार का मामला ऐसा मिलता है जब किसानों को मुआवजा के चेक बांटे गए हों। आगे के सालों में यह मामला चर्चा और खबरों से लगभग गायब ही हो गया।
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यानी आगे के सालों में फसल के नुकसान पर मुआवजे का मामला थोड़ा शांत पड़ गया। वादे के हिसाब से मुआवजा तो 50 हजार के हिसाब से मिला लेकिन इसके मिलने में काफी समय भी लगा और किसानों को काफी इंतजार भी करना पड़ा।