दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के वोटों की गिनती जारी है। हालांकि, अब तक के नतीजों पर ध्यान दें तो इस चुनाव में भाजपा (BJP) की बढ़त बनी हुई है और आम आदमी पार्टी (AAP) 25 सीटों पर बढ़त बनाई हुई है। इस पर मीडिया से बात करते हुए सामाजिक कार्यकर्ता और लोकपाल आंदोलन का चेहरा रहे अन्ना हजारे ने अरविंद केजरीवाल ने इस चुनाव में ‘AAP’ के पिछड़ने की वजह बताई। अन्ना ने कहा कि उन्होंने केजरीवाल को बार-बार समझाया था लेकिन उन्होंने ध्यान नहीं दिया। हजारे ने कहा केजरीवाल ने शराब नीति पर जोर दिया, जिससे उनकी छवि धूमिल हुई है।
हजारे कहा कि चुनाव लड़ते समय उम्मीदवार का चरित्र, विचार और छवि साफ-सुथरी होनी चाहिए लेकिन ‘AAP’ इन मूल्यों से भटक गई है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल पैसे और शराब के चक्कर में फंस गए, जिससे उनकी छवि खराब हुई और चुनाव में कम वोट मिले।
अन्ना ने यह बताया कि केजरीवाल शराब को बढ़ावा देते रहे और कई मामलों में लिप्त जिसने चुनाव में आए अब तक रुझानों पर असर डाला है।
क्यों अन्ना हजारे ने पार्टी से बनाई थी दूरी
अन्ना हजारे कई बार ये स्पष्ट कर चुके हैं कि वे राजनीति में शामिल नहीं होना चाहते थे। उनका मानना है कि जनलोकपाल आंदोलन का मकसद सिर्फ देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ना था, न कि कोई राजनीतिक दल बनाना। उन्होंने कई बार AAP पार्टी के लिए कहा था कि अरविंद केजरीवाल और उनके साथियों ने पार्टी बनाकर आंदोलन की मूल भावना से समझौता किया। अन्ना हजारे ने यह भी आरोप लगाया था कि केजरीवाल ने उनकी सलाह नहीं मानी और सत्ता की राजनीति में उलझ गए। उन्होंने राजनीति में ईमानदारी और नैतिकता की कमी को देखते हुए AAP से दूरी बना ली।