गांधी नगर दिल्ली की हाईप्रोफाइल सीटों में से एक मानी जाती है। ये विधानसभा पूर्वी दिल्ली जिले में पड़ती है। गांधी नगर यमुना नदी के पार स्थित है। ये विधानसभा गांधी नगर मार्केट के लिए लोकप्रिय है। इसे एशिया के सबसे बड़ा कपड़ा मार्केट के रूप में भी जाना जाता है।
गांधी नगर दिल्ली की उन 8 विधानसभा सीटों में से एक है, जहां पिछली बार आम आदमी पार्टी को हार मिली थी। इसलिए इस बार भी यहां मुकाबला दिलचस्प होता दिखाई दे रहा है।
इस बार कौन-कौन मैदान में?
आम आदमी पार्टी ने इस बार भी नवीन चौधरी को यहां से टिकट दिया है। वहीं, बीजेपी ने कांग्रेस से आए अरविंदर सिंह लवली को मैदान में उतारा है। अरविंदर सिंह लवली दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। जबकि, कांग्रेस ने कमल अरोड़ा को उम्मीदवार बनाया है।
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गांधी नगर में क्या हैं मुद्दे?
गांधी नगर विधानसभा के लोगों की सबसे बड़ी शिकायत गंदे पानी की है। यहां के लोगों का कहना है कि पानी इतना गंदा है कि बाहर से खरीदकर पीना पड़ता है। दूसरी बड़ी परेशानी सीवरेज की है। स्थानीयों की शिकायतें हैं कि बारिश के अलावा आम दिनों में भी कई बार गंदा पानी सड़कों पर जमा हो जाता है। इसके अलावा खराब सड़कें भी यहां की बड़ी समस्या है।
2020 में क्या हुआ था?
2020 के चुनाव में बीजेपी के अनिल कुमार बाजपेयी ने आम आदमी पार्टी के नवीन चौधरी को करीब 6 हजार वोटों से हराया था। अनिल वाजपेयी को 48,824 तो नवीन चौधरी को 42,745 वोट मिले थे। तीसरे नंबर पर कांग्रेस के अरविंदर सिंह लवली रहे थे, जिन्हें 21,913 वोट मिले थे।
क्या है इसका इतिहास?
साल 1993 में अस्तित्व में आई इस सीट पर जब पहली बार चुनाव हुए तो बीजेपी के दर्शन कुमार बहल जीते। मगर उसके बाद बीजेपी 2020 में यहां से जीत पाई। 1998 से 2013 तक इस सीट से कांग्रेस के अरविंदर सिंह लवली चुनाव जीतते रहे। 2015 में लवली ने चुनाव नहीं लड़ा। उस चुनाव में आम आदमी पार्टी के अनिल बाजपेयी ने जीत दर्ज की। 2020 के चुनाव से पहले अनिल बाजपेयी AAP छोड़कर बीजेपी में आ गए। 2020 में अनिल बाजपेयी ने बीजेपी के टिकट पर यहां से चुनाव जीता।