हरि नगर पश्चिमी दिल्ली लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में एक विधानसभा सीट है। साल 2008 के परिसीमन के बाद यह सीट अस्तित्व में आई।
क्या हैं समस्याएं
हरि नगर में एक तरफ तो आपको शानदार प्लैट्स दिख जाएंगे और दूसरी तरफ अवैध कॉलोनियों की भी समस्या है। ढेर सारी भीड़ वाले मार्केट के साथ साथ पार्किंग की समस्या भी है।
इसके अलावा बारिश के वक्त रोड पर पानी भरने की भी समस्या है। हर जगह आपको तार लटकते हुए दिख जाएंगे। कई बार इनमें आग लगने की भी समस्याएं भी दिखती हैं। साथ ही साफ सफाई की भी समस्या है।
क्या रहा है राजनीतिक इतिहास
1993 से लेकर 2013 तक इस सीट पर बीजेपी का कब्जा रहा है। बीजेपी के हरशरण सिंह बल्ली 2013 तक विधायक रहे। लेकिन 2013 में आम आदमी पार्टी के उभरने के बाद से तब से लेकर अब तक इस सीट पर आप का कब्जा रहा है। 2013 में आम आदमी पार्टी के जगदीप सिंह को इस सीट से जीत मिली थी। इसके बाद 2015 में हुए विधानसभा चुनावों में फिर से आम आदमी पार्टी के जगदीप सिंह जीतकर विधायक बने।
2020 में कौन जीता था
बात पिछले विधानसभा की करें तो 2020 में आम आदमी पार्टी की राजकुमारी ढिल्लों ने बीजेपी के तजिंदर बग्गा को हराकर यह सीट अपने नाम की थी। राजकुमारी ढिल्लों को कुल 58,087 वोट मिले थे जबकि तजिंदर बग्गा को 37,956 वोट मिले थे। प्रतिशत के हिसाब से देखें तो आम आदमी पार्टी को कुल वोटों का 53.67 प्रतिशत वोट मिला था। हालांकि, यह साल 2015 में आम आदमी को मिले वोटों की तुलना में करीब 4 प्रतिशत कम था। वहीं तजिंदर बग्गा को कुल 35.07 प्रतिशत वोट मिला था।
क्या है जातिगत समीकरण
इस सीट पर सबसे ज्यादा क्षत्रिय 16.8 प्रतिशत हैं वहीं ब्राह्मणों की संख्या करीब 5 प्रतिशत है। मुस्लिमों की बात करें तो उनकी संख्या इस सीट पर साढ़े तीन प्रतिशत है।
2025 में कौन है उम्मीदवार
हरि नगर से आम आदमी पार्टी ने इस बार भी पहले तो राजकुमारी ढिल्लों को टिकट दिया था लेकिन फिर उनका टिकट काट दिया गया और उनकी जगह सुरिंदर सेतिया को टिकट दे दिया गया। जबकि बीजेपी से श्याम शर्मा और कांग्रेस से प्रेम शर्मा उम्मीदवार हैं।
राजकुमारी ढिल्लों ने आरोप लगाया कि अचानक उनका टिकट काट दिया गया। इसके बाद उन्होंने निर्दलीय ही पर्चा भरा।
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