शनिवार (8 फरवरी) को दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए वोटों की गिनती की जाएगी। माना जा रहा है कि चुनाव में आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच सीधा मुकाबला है, मगर इसमें कांग्रेस भी बड़ी भूमिका निभा सकती है। तीनों पार्टियों के शीर्ष नेताओं ने अपने अच्छे प्रदर्शन को लेकर उम्मीद जताई है। दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान हुआ था।
चुनाव आयोग ने वोटटों की गिनती और मतगणना प्रक्रिया के लिए सभी जरूरी व्यवस्थाएं पूरी कर ली हैं। तिहाड़ जेल के पास काउंटिंग सेंटर पर सुरक्षा व्यवस्था टाइट है। इस बारे में पश्चिम दिल्ली के डीसीपी विचित्र वीर ने समाचार एजेंसी एएनआई को विस्तार से बताया।
स्ट्रांग रूम के बाहर तीन स्तरीय सुरक्षा
उन्होंने कहा, 'स्ट्रांग रूम के बाहर तीन स्तरीय सुरक्षा तैनात है। हमने संवेदनशील स्थानों की पहचान की है और हम उन क्षेत्रों में फ्लैग मार्च करेंगे, ताकि यह संदेश दिया जा सके कि पर्याप्त बल उपलब्ध है और हम क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं। मतगणना केंद्रों के आसपास वाहनों की आवाजाही पर कुछ हद तक प्रतिबंध होंगे।'
एक्जिट पोल्स में बीजेपी सरकार की संभावना
इससे पहले 5 फरवरी को आए ज्यादातर एक्जिट पोल्स में बीजेपी के जीत की संभावना जताई गई है। अगर एक्जिट पोल्स के अनुमान सही साबित होते हैं तो आम आदमी पार्टी दिल्ली में चौथी बार सरकार बनाने से चूक सकती है। वहीं, इसके मुताबिक, कांग्रेस का प्रदर्शन निराशाजनक रह सकता है।
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हालांकि, आदमी पार्टी दिल्ली प्रमुख सहित पार्टी के वरिष्ठ नेताओं एग्जिट पोल्स को फर्ज़ी बताया है। पार्टी ने 'आप' की दिल्ली की सत्ता में वापस आने का विश्वास जताया है।
प्रमुख सीटों पर रहेगी सबकी नजर
काउंटिंग के दिन दिल्ली की हाई प्रोफाइल सीटों पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं। इसमें सबसे टॉप पर नई दिल्ली विधानसभा सीट है, जहां से दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल चुनाव लड़ रहे हैं। उनके मुकाबले में बीजेपी से प्रवेश वर्मा और कांग्रेस से संदीप दीक्षित हैं।
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी कालकाजी विधानसभा सीट से मौदान में हैं। आतिशी के मुकाबले में बीजेपी के रमेश बिधूड़ी और कांग्रेस की अलका लांबा हैं। बता दें कि चुनाव प्रचार के दौरान तीनों दलों के नेताओं के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली थी।