दिल्लीवालों ने पूरे 27 साल बाद अपना दिल चेंज कर लिया है। पूरे 27 साल बाद भाजपा की सत्ता दिल्ली में आती दिख रही है। अब ये देखना दिलचस्प होगा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ कौन लेता है? 2025 के दिल्ली चुनावों में शानदार जीत के बाद, बीजेपी के सामने अब सबसे बड़ी चुनौती अपने किए गए वादों को पूरा करने की होगी। पार्टी ने अपने चुनावी घोषणापत्र में कई प्रमुख वादे किए थे, जिन पर अब दिल्लीवालों की निगाहें टिकी हुई हैं।
भाजपा का संंकल्प पत्र
- भाजपा ने वादा किया है कि दिल्ली की महिलाओं को प्रतिमाह 2500 रुपये, 500 रुपये में रसोई गैस सिलेंडर और साल में दो निशुल्क सिलेंडर, गर्भवती महिलाओं को 21 हजार रुपये दिए जाएंगे।
- आयुष्मान योजना सहित 10 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा दिया जााएगा।
- बुजुर्गों, दिव्यांगो, विधवा और वंचित महिलाओं की पेंशन में 500 रुपये की वृद्धि होगी।
- झुग्गी बस्तियों में अटल कैंटीन खोल पांच रुपये में भोजन उपलब्ध कराएंगे।
- सरकारी शिक्षण संस्थानों में जरुरतमंद विद्यार्थियों को केजी से पीजी तक निशुल्क शिक्षा दी जाएगी।
- प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए 15 हजार की वित्तीय मदद दी जाएगी और दो बार के आवेदन शुल्क और परीक्षा के लिए यात्रा खर्च की प्रतिपूर्ति की जाएगी।
- तकनीकी और व्यावसायिक पाठ्यकर्मों के लिए अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों को प्रति माह एक हजार दिए जाएंगे।
- ऑटो-टैक्सी और ई-रिक्शा चालाकों, गिग वर्कर्स और घरेलू सहायकों को लिए कल्याण बोर्ड, 10 लाख का जीवन बीमा और पांच लाख का दुर्घटना बीमा और बच्चों की उच्च शिक्षा के लिए स्कॉलरशिप देना।
- गिग और टेक्सटाइल वर्कर को पांच लाख रुपये का दुर्घटना और 10 लाख रुपये का जीवन बीमा।
- महिला घरेलू सहायकों को 6 माह का भुगतान और मातृत्व आवकाश दिया जाएगा।
- 50 हजार सरकारी नौकरी, 20 लाख स्वरोजगार सृजन व छात्रों को मेट्रो में मुफ्त यात्रा के लिए नेशनल कॉमन मोबिलिटि कार्ड देना।
- निर्माण मजदूरों को टूलकिट के लिए 10 हजार रुपये, तीन लाख तक का लोन, पांच लाख दुर्घटना बीमा व 10 लाख का जीवन बीमा दिया जाएगा।
- मान्यता प्राप्त मीडियाकर्मीयों व वकीलों को 10 लाख का जीवन व दुर्घटना बीमा मिलेगा।
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जनता की उम्मीदें और सरकार की चुनौती
बीजेपी को दिल्ली की जनता से बड़े पैमाने पर समर्थन मिला है लेकिन अगर वादे पूरे नहीं किए गए, तो असंतोष बढ़ सकता है। अब देखना यह होगा कि सरकार कितनी तेजी से अपने एजेंडे को आगे बढ़ाती है और विकास को धरातल पर लाने में कितनी सफल होती है।
बीजेपी के सामने मुख्य चुनौतियां
- जनता को सस्ती बिजली, पानी और मुफ्त योजनाओं की उम्मीद है।
- प्रदूषण और ट्रैफिक जाम जैसी पुरानी समस्याओं का समाधान- इन मुद्दों पर तुरंत कार्रवाई की जरूरत होगी।
- अनधिकृत कॉलोनियों को नियमित करने की प्रक्रिया को तेज करना - यदि इसमें देरी होती है तो जनता का गुस्सा बढ़ सकता है।
- दिल्ली सरकार और एलजी के बीच बेहतर तालमेल बनाना- सत्ता संघर्ष से बचने के लिए केंद्र और दिल्ली सरकार में तालमेल जरूरी होगा।