मंगलवार को चुनाव आयोग ने केजरीवाल के द्वारा कही गई कुछ बातों का संज्ञान लिया और कहा कि वह इससे प्रभावित नहीं होंगे। पोल पैनल ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि आम आदमी पार्टी चीफ अरविंद केजरीवाल ने मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के ऊपर रिटायरमेंट के बाद नियुक्ति के आरोप लगाए थे।
चुनाव आयोग ने आप या केजरीवाल का नाम लिए बिना एक्स पर लिखा कि तीन सदस्यीय आयोग ने सामूहिक रूप से दिल्ली चुनावों में ईसीआई को बदनाम करने के लिए बार-बार जानबूझकर दबाव डालने की रणनीति पर का संज्ञान लिया है और संवैधानिक संयम बरतने, इस तरह के आक्रोश को समझदारी से, धैर्यपूर्वक और इस तरह के आक्षेपों से प्रभावित न होने का फैसला किया है।'
इसमें कहा गया है, 'राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों द्वारा उठाए गए मुद्दों पर प्रत्येक मामले में 1.5 लाख से अधिक अधिकारियों द्वारा कार्रवाई की जाती है, जो एक स्थापित कानूनी ढांचे, मजबूत प्रक्रियाओं और एसओपी के भीतर काम कर रहे हैं, जिससे निष्पक्ष खेल और गैर-पक्षपातपूर्ण आचरण सुनिश्चित होता है।'
केजरीवाल ने क्या कहा था?
सोमवार को केजरीवाल ने कहा कि चुनाव आयोग ने बीजेपी के सामने सरेंडर कर दिया है। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा था कि 'अपनी ड्यूटी' करें और 'पद पाने की लालसा' छोड़ दें।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में अरविंद केजरीवाल ने कहा, 'आज जिस तरह से चुनाव आयोग ने भारतीय जनता पार्टी के सामने घुटने टेक दिए हैं, ऐसा लगता है जैसे चुनाव आयोग का कोई अस्तित्व ही नहीं है। यह एक बहुत बड़ा सवाल खड़ा कर रहा है। लोगों के मन में सवाल उठना जायज़ है कि राजीव कुमार जी जो मुख्य चुनाव आयुक्त हैं, इस महीने के अंत में रिटायर हो रहे हैं। रिटायरमेंट के बाद उन्हें किस तरह का पद ऑफर किया गया है? राज्यपाल का पद, राष्ट्रपति का पद, किस तरह का पद हो सकता है?'
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उन्होंने कहा, 'मैं राजीव कुमार जी से हाथ जोड़कर विनती करता हूं। अपना कर्तव्य निभाइए, पद की लालसा छोड़िए, पद का लोभ छोड़िए। अब अपने करियर के अंतिम पड़ाव पर, देश को, देश के लोकतंत्र को नष्ट मत कीजिए,'
कैश बांटने का लगाया आरोप
केजरीवाल अपने बीजेपी के अपने प्रतिद्वंद्वी प्रवेश वर्मा पर नई दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र में कैश बांटने का आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने चुनाव आयोग पर भी निष्क्रियता का आरोप लगाया। इस महीने की शुरुआत में, चुनाव आयोग ने केजरीवाल से उनकी इस टिप्पणी पर स्पष्टीकरण मांगा था कि हरियाणा की भाजपा सरकार दिल्ली को यमुना के पानी की आपूर्ति में जहर घोल रही है।
चुनाव आयोग को दिए अपने जवाब में दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने राष्ट्रीय राजधानी में पेयजल की गुणवत्ता को लेकर 'तत्काल सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट' के संदर्भ में यह टिप्पणी की थी।
दिल्ली विधानसभा चुनाव बुधवार को होंगे। नतीजे 8 फरवरी को घोषित किए जाएंगे।
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