महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा 2024 के लिए आज सुबह से ही वोटिंग जारी है। दोनों राज्यों के चुनावी नतीजे 23 नवंबर को आएंगे। इससे चुनाव आयोग ने इस चुनाव में जमकर नकदी पकड़ी है। आयोग ने आधिकारिक तौर पर बताया है कि राज्य चुनावों से पहले 1,000 करोड़ रुपये जब्त किए गए हैं, साल 2019 से 7 गुना ज्यादा है।
चुनाव आयोग ने सोमवार को एक बयान में कहा कि प्रवर्तन एजेंसियों ने महाराष्ट्र, झारखंड और 14 राज्यों में चल रहे उपचुनावों के दौरान 1,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की नकदी, शराब और अन्य सामान जब्त किया है।
महाराष्ट्र-झारखंड से 858 करोड़ जब्त
निर्वाचन आयोग के मुताबिक, 1,000 करोड़ रुपये में से 858 करोड़ रुपये अकेले महाराष्ट्र और झारखंड से जब्त किए गए हैं। आधिकारिक आंकड़ो के मुताबिक 2019 के विधानसभा चुनावों में महाराष्ट्र में 103.61 करोड़ जबकि, झारखंड में 18.76 करोड़ रुपये की जब्ती की गई थी।
महाराष्ट्र के सभी जिलों से जब्ती
चुनाव आयोग ने एक बयान में कहा कि महाराष्ट्र के सभी जिलों से जब्ती दर्ज की गई, जो पिछले विधानसभा चुनाव की तुलना में कहीं ज्यादा है। इस सिलसिले में पालघर जिले में एक संदिग्ध जीप से 3.70 करोड़ रुपये, बुलढाणा जिले के जामोद विधानसभा क्षेत्र में 4.51 करोड़ रुपये मूल्य के 4500 किलोग्राम गांजा और रायगढ़ में 5.20 करोड़ रुपये मूल्य की चांदी जब्त की गई है।
धनबल पर लगाम लगाना उद्देश्य
आयोग का कहना है कि हम चुनावों में धनबल पर लगाम लगाना चाहते हैं, यह कार्रवाईयां इसी अभियान का हिस्सा हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने सभी अधिकारियों और पर्यवेक्षकों को चुनावों में कड़ी निगरानी रखने और मतदान पूरा होने तक किसी भी तरह के प्रलोभन पर रोक लगाने का निर्देश दिया है।
झारखंड में भी रिकॉर्ड जब्तियां
आयोग के बयान में कहा गया है कि झारखंड में भी रिकॉर्ड जब्तियां हुईं हैं। इस बार फोकस अवैध खनन गतिविधियों पर लगाम लगाने पर था, जिसकी वजह से अवैध खनन सामग्री और मशीनों की जब्ती की गई है। इस सिलसिले में साहिबगंज जिले के राजमहल एसी में 2.26 करोड़ रुपये की अवैध खनन सामग्री जब्त की गई और ऐसी कई कार्रवाइयों में अवैध खनन गतिविधियों से संबंधित जब्तियां की गई हैं।
वहीं, चुनाव आयोग ने बताया कि राजस्थान में आलू के डिब्बों में छिपाकर रखी गई शराब की 449 पेटियां नागौर में जब्त की गई हैं।