आमतौर पर किसी विधानसभा, लोकसभा या अन्य निर्वाचन क्षेत्र में एक चुनाव से दूसरे चुनाव के बीच मतदाताओं की संख्या बढ़ती है। विशेष परिस्थितियों में मतदाताओं की संख्या घट भी सकता है लेकिन सामान्य तौर पर ऐसा कम ही होता है। दिल्ली के विधानसभा चुनाव में ऐसे ही एक सीट खूब चर्चा में रही। वह सीट खुद आम आदमी पार्टी (AAP) के मुखिया अरविंद केजरीवाल की नई दिल्ली सीट थी। 2020 की तुलना में इस चुनाव में मतदाताओं की संख्या बड़े पैमाने पर घटी जिसको लेकर खूब हंगामा हुआ। असल में वोटों में कटौती सिर्फ नई दिल्ली सीट पर ही नहीं बल्कि कुल 12 विधानसभा सीटों पर हुई। बाकी की 58 सीटों पर मतदाताओं की संख्या में इजाफा हुआ।
चुनाव आयोग के डेटा के मुताबिक, दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 में कुल मतदाताओं की संख्या 1,47,97,990 थी। वहीं, 2025 के विधानसभा चुनाव में कुल मतदाताओं की संख्या में लगभग 9 लाख से ज्यादा मतदाताओं का इजाफा हुआ। 2025 के चुनाव में कुल मतदाताओं की संख्या 1,56,14,000 हो गई। 2020 में जहां 92.85 लाख लोगों ने वोट डाले थे तो इस बार लगभग 98 लाख से ज्यादा लोगों ने वोट डाले।
नई दिल्ली सीट पर क्या हुआ?
साल 2020 के विधानसभा चुनाव में नई दिल्ली विधानसभा सीट पर मतदाताओं की कुल संख्या 1,46,122 थी। इसमें से कुल 52.45 पर्सेंट यानी 76645 वोट डाले गए थे। इसमें से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार अरविंद केजरीवाल को कुल 46,758 वोट मिले और दूसरे नंबर पर रहे बीजेपी के सुनील कुमार यादव को 25061 वोट मिले। यानी अरविंद केजरीवाल कुल 21697 वोटों के अंतर से चुनाव जीत गए।
यह भी पढ़ें- 18 में से 13 सीटें... BJP ने 'गांव वाली दिल्ली' में कैसे लगाई सेंध?
2025 के विधानसभा चुनाव से पहले जब वोटर लिस्ट आई तो मतदाताओं की संख्या घटकर 1,08,574 ही रह गई। यानी 2020 की तुलना में 37548 वोट कम हो गए। नई दिल्ली के अलावा एक और सीट थी जहां बड़ी संख्या वोटर बढ़ने के बजाय घट गए। वह सीट थी दिल्ली कैंट की जहां 2020 की तुलना में लगभग 50 हजार वोटर कम हो गए। नई दिल्ली में मतदाताओं के कम होने को लेकर AAP और बीजेपी में जमकर जुबानी जंग हुई। BJP ने फर्जी वोटर जुड़वाने के आरोप लगाए तो AAP नेताओं ने आरोप लगाए कि उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं समेत तमाम ऐसे लोगों के वोट कटवा दिए गए जो अभी भी इसी विधानसभा क्षेत्र में रहते हैं।

इस सीट पर 2025 में कुल 61,636 वोट डाले गए। यानी 2020 में डाले गए वोटरों की तुलना में लगभग 15 हजार वोटर कम हो गए। इसमें से BJP क् प्रवेश वर्मा को 30,088 वोट मिले, दूसरे नंबर पर रहे अरविंद केजरीवाल को 25,999 वोट मिले और कांग्रेस के संदीप दीक्षित को 4568 वोट मिले। अरविंद केजरीवाल इस बार 4089 वोट से चुनाव हार गए।
यह भी पढ़ें- चौंकाएगी BJP या चुनेगी चर्चित चेहरा, कौन होगा दिल्ली का मुख्यमंत्री?
बाकी कहां-कहां घटे वोट?
नई दिल्ली के अलावा, मंगोलपुरी, रोहिणी, हरिनगर, दिल्ली कैंट, राजिंदर नगर, आर के पुरम, त्रिलोकपुरी, पटपड़गंज, लक्ष्मी नगर, गांधी नगर और बाबरपुर में भी मतदाताओं की संख्या बढ़ने के बजाय घट गई। 2020 में इन 12 में से सिर्फ 2 सीटों पर बीजेपी को जीत मिली थी और 10 सीटों पर AAP जीती थी। इस बार यही मामला पलट गया। इन 12 में 10 सीटों पर इस बार बीजेपी जीत गई और सिर्फ दो ही सीटों पर AAP बरकरार रह पाई।
विधानसभा सीट |
5 साल में वोटर घटे |
2025 में जीत-हार का अंतर |
कौन जीता? |
नई दिल्ली |
37548 |
4089 |
BJP |
पटपड़गंज |
4248 |
28072 |
BJP |
रोहिणी |
9959 |
37816 |
BJP |
राजिंदर नगर |
19269 |
1231 |
BJP |
आर के पुरम |
17140 |
14453 |
BJP |
दिल्ली कैंट |
50036 |
2029 |
AAP |
मंगोलपुरी |
750 |
6255 |
BJP |
हरि नगर |
5868 |
6632 |
BJP |
गांधी नगर |
10509 |
12748 |
BJP |
त्रिलोकपुरी |
7684 |
392 |
BJP |
बाबरपुर |
700 |
18994 |
AAP |
लक्ष्मी नगर |
15009 |
11542 |
BJP |
हार-जीत का अंतर और मतदाताओं के घटने की संख्या देखें तो रोचक नतीजे मिलते हैं। नई दिल्ली में 37548 वोटर कम हुए और हार-जीत का अंतर सिर्फ 4089 वोटों का रहा। मंगोलपुरी सीट पर कुल 750 वोटर कम हुए और 6255 वोटों के अंतर से यहां बीजेपी ने जीत हासिल की। रोहिणी में 9959 वोट, हरि नगर में 5868 वोट, दिल्ली कैंट में 50036 वोट, राजिंदर नगर में 19269 वोट, आर के पुरम में 17140 वोट, त्रिलोकपुरी में 7684 वोट, पटपड़गंज में 4248 वोट, लक्ष्मी नगर में 15009 वोट, गांधी नगर में 10509 वोट और बाबरपुर में 700 वोट कम हुए।
यह भी पढ़ें- 2024 के '240 के झटके' के बाद कैसे मजबूत हुआ 'ब्रांड मोदी'? समझिए
अब अगर हार जीत का अंतर देखें तो मंगोलपुरी में 6255, रोहिणी में 37816, हरि नगर में 6632, दिल्ली कैंट में 2029, राजिंदर नगर में 1231, नई दिल्ली में 4089, आर के पुरम में 14453, त्रिलोकपुरी में सिर्फ 392, पटपड़गंज में 28072, लक्ष्मी नगर में 11542, गांधी नगर में 12748 और बाबरपुर में 18994 वोटों से जीत हुई थी।