दिल्ली का ओल्ड राजेंद्र नगर इलाका। एक किनारे से लगे हुए कई कोचिंग सेंटर, जहां देशभर से छात्र प्रशासनिक सेवाओं की तैयारियां करने आते हैं। इस इलाके में प्रशासन की 'अनदेखी' का मुद्दा इस बार चुनाव में छाया रहा। वजह यह था कि 27 जुलाई 2024 को यहां एक ऐसा हादसा हुआ था, जिसकी चर्चा पूरे देश में हुई थी। इस मुद्दे पर जमकर सियासत भी हुई थी। दिल्ली के वोटरों ने क्या इसे मुद्दा माना? वोटरों का जवाब हां में है।
आम आदमी पार्टी के लोकप्रिय विधायक दुर्गेश पाठक इसी इलाके से आते हैं। दुर्गेश पाठक ने लोगों के आक्रोश के बाद भी आम आदमी पार्टी सरकार की गलती न मानते हुए हादसे का ठीकरा भारतीय जनता पार्टी पर फोड़ा था। उन्होंने तब कहा था, 'AAP के पार्षद 15 साल तक सत्ता में रहे लेकिन नालियों का निर्माण नहीं कराया। यह राजनीति का समय नहीं है, अब छात्रों को बचाने पर ध्यान केंद्रित है।'
दुर्गेश पाठक ने यह तब कहा था, जब लगातार दो बार से आम आदमी पार्टी सत्ता में थी। साल 2013, 2015 और 2020 के विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी की ही सरकार थी। सरकार में होने के बाद भी ये काम पूरे नहीं हो पाए थे, इसकी वजह से उन्हें आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। बीजेपी नेता हरीश खुराना ने उन्हें जमकर कोसा था।
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जीत किसकी हुई?
राजिंदर नगर विधानसभा सीट से उमंग बजाज ने बाजी जीती। उन्होंने 1231 वोटों से दुर्गेश पाठक को हराया। उमंग बजाज को कुल 46671 वोट मिले। आम आदमी पार्टी के दिग्गज नेता दुर्गेश पाठक को कुल 45440 वोट मिले थे। तीसरे नंबर पर कांग्रेस पार्टी के विनीत यादव रहे। उन्हें कुल 4015 वोट हासिल हुए।
कब हुआ था हादसा?
27 जुलाई 2024 को UPSC की तैयारी कर रहे कुछ छात्र राऊ IAS स्टडी सर्किल के बेसमेंट में पढ़ रहे थे। अचानक वहां नालियों का पानी उमड़ा और पूरी लाइब्रेरी डूब गई। छात्र पानी में फंस गए। दरवाजा लॉक हो गया था, जिससे 3 छात्र बाहर ही नहीं जा पाए। बुरी तरह से डूबकर उनकी मौत हो गई। जब बचाव टीम लाइब्रेरी के भीतर पहुंची तो घंटों तक रेस्क्यू चला। यह सब इतनी देरी से हुआ कि 3 छात्रों के शव पानी में तैरते नजर आए।
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लोगों ने स्थानीय प्रशासन, विधायकों और नगर निगम अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए। उनका कहना था कि सरकार की अनदेखी की वजह से ऐसे हादसे हुए हैं। उससे पहले पटेल नगर में पानी से भरी सड़क पार करते हुए एक यूपीएससी अभ्यर्थी की मौत करंट लगने की वजह से हो गई थी। छात्रों ने दोनों घटनाओं के विरोध में प्रदर्शन किया था। चुनाव में नतीजे आए तो आम आदमी पार्टी के स्थानीय विधायक दुर्गेश पाठक हार गए।
हार की वजहें क्या हैं?
जानकारों का कहना है कि इस हादसे के बाद आम आदमी पार्टी नेता दुर्गेश पाठक की कार्यशैली पर सवाल उठे। उनकी संज्ञान में था कि दिल्ली में कोचिंग सेंटर अवैध तरीके से बेसमेंट में क्लास चला रहे हैं। उन्हें यह भी पता था कि थोड़े दिन पहले पटेल नगर में एक और स्टूडेंट की जान गई थी। तब भी समय रहते उन्होंने एक्शन नहीं लिया। इसी विधानसभा में खुली नालियों और बारिश के दिनों में सड़कों पर पानी भरने का मुद्दा भी जोर-शोर से उठा था। लोगों ने साफ सफाई और पानी की किल्लत को लेकर सवाल उठे थे, जिसका असर चुनाव में भी नजर आया।