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IGI एयरपोर्ट के बगल वाली सीट 'पालम' में इस बार कौन मारेगा बाजी?

आम आदमी पार्टी ने पालम से जोगिंदर सोलंकी को टिकट दिया है, कांग्रेस ने मांगे राम सोलंकी और बीजेपी कुलदीप सोलंकी को टिकटल देकर मैदान में उतारा है।

palam vidhan sabha

पालम विधानसभा। Photo Credit: Khabargaon

जब आप दिल्ली से होकर गुरुग्राम की ओर जाएंगे तो आपको अपनी लेफ्ट साइड में जगमगाते हुए होटल दिखाई देंगे। यह होटल्स देखने के बाद आपको अमेरिका के लॉस वेगास शहर की याद आएगी। दरअसल, यह इलाका पालम विधानसभा सीट का हिस्सा है, जो दिल्ली के पश्चिमी जिले में आती है। साथ ही पालम दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास है। पालम विधानसभा में कुल 4 वार्ड आते हैं, जिनमें 3 पर बीजेपी और एक पर आप का कब्जा है।

 

आम आदमी पार्टी ने पालम से जोगिंदर सोलंकी को टिकट दिया है, कांग्रेस ने मांगे राम सोलंकी और बीजेपी कुलदीप सोलंकी को टिकट दिया है। कभी बीजेपी के कब्जे में रहने वाली पालम सीट साल 2015 से आम आदमी पार्टी की झोली में चली गई है। इस बार 'आप' पालम से तीसरी बार जीतकर हैट्रिक लगाना चाहती है।  
 
भावना गौड़ पालम से मौजूदा विधायक हैं। वह 2015 और 2020 में लगातार दो बार से आम आदमी पार्टी की विधायक हैं, लेकिन इस बार पार्टी ने उनका टिकट काट दिया है। उनकी जगह पालम से जोगिंदर सोलंकी को प्रत्याशी बनाया गया है। इस बार बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां आप का किला भेदने के लिए मजबूत उम्मीदवार की तलाश कर रही हैं।

 

पालम के मुद्दे क्या हैं?

 

पालम विधानसभा क्षेत्र की जनता साफ सफाई के साथ में अतिक्रमण और खराब सड़कों को लेकर परेशान है। यहां पार्कों में सुविधाएं नहीं है, जिसकी वजह से लोगों को सुबह-शाम सैर करने में दिक्कत होती है। साथ ही लोगों को अपना घर बनाने के लिए अभी भी निगम और पुलिस का चक्कर लगाने पड़ते हैं। जबकि पास में ही द्वारका में थोड़ी बेहतर सुविधाएं मिल रही हैं।

 

2020 में क्या हुआ था?

 

पिछले चुनाव में आम आदमी पार्टी ने भावना गौड़ को एक बार फिर से टिकट देकर मैदान में उतारा था, भावना के मुकाबले में बीजेपी ने विजय पंडित और बीएसपी ने गीता को प्रत्याशी बनाया। भावना गौड़ ने इस चुनाव में बीजेपी के विजय पंडित को धराशायी करते हुए 32,765 वोटों से चुनाव जीत लिया। इस चुनाव में 'आप' को सबसे ज्यादा 59.15 वोट प्रतिशत के साथ 92,775 वोट मिले, जबकि बीजेपी के महज 60,010 वोट ही मिले। बीएसपी की गीता को 786 वोट ही मिले थे। 

 

विधानसभा का इतिहास

 

पालम में बीजेपी के धर्मदेव सोलंकी दिग्गज नेता रहे हैं। सोलंकी साल 1998 में पालम के पहले विधायक चुने गए थे, जबकि वह 1998 का विधानसभा चुनाव हार गए थे। इसके बाद  धर्मदेव सोलंकी 2003, 2008 और 2013 में भी जीतकर विधायक बने। साल 2015 में आम आदमी पार्टी ने पालम में धर्मदेव सोलंकी के साथ में बीजेपी का भी विजयी रथ रोक दिया। इस बार बीजेपी ने कुलदीप सोलंकी को टिकट दिया है। 

 

जातिगत समीकरण

 

साल 2011 की जनगणा के मुताबिक पालम विधानसभा क्षेत्र में 200,000 लोग रहते हैं। पालम में राजपूत वोट सबसे ज्यादा 15 फीसदी हैं। इसके अलावा यहां 9 फीसदी कुमार, 6 फीसदी ब्राह्मण, लगभग 4 फीसदी मुस्लिम और दो-दो फीसदी बनिया और यादव जातियां हैं। जबकि, पालम में दलित वोटर भी अच्छी संख्या में हैं।

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