अनुष्का यादव से अपने रिश्तों को सार्वजनिक करने के बाद तेज प्रताप यादव को उनके पिता लालू यादव ने पार्टी से 6 साल के निष्कासित कर दिया था। अब उन्होंने स्वतंत्र चुनाव लड़ने का ऐलान किया है।
तेज प्रताप यादव। (Photo Credit: Team Tej Pratap/x)
बिहार में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के निष्कासित नेता तेज प्रताप यादव ने ऐलान किया कि वह आने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में ही निर्दलीय उतरेंगे। वह वैशाली जिले की महुआ सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनावी मैदान में उतरेंगे। वह अभी समस्तीपुर जिले की हसनपुर सीट से विधायक हैं। तेज प्रताप यादव ने शनिवार शाम को अपने आवास पर यह घोषणा की है।
तेज प्रताप यादव ने दावा किया है कि विधानसभा चुनाव के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपना पद नहीं बचा पाएंगे। उन्होंने कहा, 'मुझे पूरा विश्वास है कि चाचा मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे। जो लोग सरकार बनाएंगे अगर वे युवा, रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य की बात करेंगे तो तेजप्रताप यादव उनके साथ खड़ा रहेगा।'
तेज प्रताप यादव, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चाचा कहते हैं। नीतीश कुमार और उनके पिता लालू यादव, एक जमाने तक एक-दूसरे से मित्र रहे हैं। अब तेज प्रताप यादव के पिता लालू यादव ने 25 मई को पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया था।
तेज प्रताप यादव:- हां। इस बार मैं महुआ विधानसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ूंगा। मेरे विरोधियों को जरूर दिक्कत होगी। मुझे लोगों का समर्थन प्राप्त है। बड़ी संख्या में लोग सोशल मीडिया मंच टीम तेज प्रताप यादव से जुड़े हैं।
तेज प्रताप यादव। (Photo Credit: Team Tej Pratap)
क्यों फंस गए हैं तेज प्रताप?
तेज प्रताप यादव ने हाल ही में सोशल मीडिया पर अनुष्का यादव नाम की एक महिला के साथ संबंधों को सार्वजनिक किया था। वह तेज प्रताप यादव की प्रेमिका हैं, कई मंचों पर खुद तेज प्रताप भी यह मान चुके हैं। तेज प्रताप यादव ने बाद में फेसबुक से यह पोस्ट हटा दी थी। उन्होंने कहा था कि उनका पेज हैक हो गया था।
लालू प्रसाद यादव ने तेज प्रताप यादव के इस पोस्ट पर नाराजगी जाहिर की थी। उन्होंने उनके व्यवहार को गैर जिम्मेदार बताया था, उनसे पारिवारिक और पार्टीगत संबंध तोड़ लिए थे। राष्ट्रीय जनता पार्टी से निकाले जाने के कुछ दिनों बाद तेज प्रताप यादव ने आरोप लगाया था कि उनके और उनके छोटे भाई तेजस्वी यादव के बीच कड़वाहट पैदा करने की साजिश रची जा रही है।
अकेले पड़ गए अर्जुन? हरी टोपी उतरी, पीला पहन बैठे
तेज प्रताप यादव खुद को कृष्ण बताते हैं। वह तेजस्वी यादव को अर्जुन बताते हैं। वह खुद को किंग मेकर की भूमिका में देखते हैं। अब उनके ऐलान के बाद पार्टी असमंजस की स्थिति में आ गई है।
तेज प्रताप यादव ने आरजेडी की हरी टोपी छोड़ दी है। अब वह पीली टोपी में नजर आ रहे हैं।