लगातार दो विधानसभा चुनाव से कांग्रेस पार्टी दिल्ली में अपना खाता नहीं खोल पाई है। लोकसभा चुनावों में भी दिल्ली की किसी भी सीट पर उसे जीत नहीं मिली है। ऐसे में इस बार कांग्रेस पार्टी न सिर्फ जमकर पसीना बहा रही है बल्कि ऐसे वादे भी कर रही है जिनसे समाज के अलग-अलग वर्गों को साधा जा सके। कांग्रेस ने पूर्वांचली वोटरों को लुभाने के लिए कुछ ऐसे ऐलान किए हैं जो काफी रोचक हैं। पहले तो छठ पर्व के लिए घाट बनाने का ऐलान किया था। अब कांग्रेस ने कहा है कि अगर दिल्ली में उसकी सरकार बनती है तो पूर्वांचलियों के लिए अलग मंत्रालय बनाया जाएगा। कांग्रेस ने आरोप भी लगाए कि सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (AAP) ने पूर्वांचलियों के हित के लिए कुछ नहीं किया।
पूर्वांचलियों को लुभाने के लिए अब कांग्रेस ने उन नेताओं को आगे किया है जो उत्तर प्रदेश के पूर्वी क्षेत्र या फिर बिहार से आते हैं। इस क्रम में बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह, सुप्रिया श्रीनेत, कन्हैया कुमार और प्रणव झा ने एक प्रेस कॉन्फ्रें की। इन लोगों ने कहा कि न सिर्फ एक अलग मंत्रालय बनाया जाएगा बल्कि बजट भी इतना किया जाएगा कि पूर्वांचली लोगों की शिक्षा और स्वास्थ्य से जुड़ी जरूरतों का ध्यान रखा जा सके।
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क्या बोली कांग्रेस?
इन नेताओं ने आरोप लगाए कि AAP के अलावा बीजेपी ने भी पूर्वांचली लोगों की अनदेखी की है। बताते चलें कि इसी चुनाव में कांग्रेस ने यह वादा भी किया था कि जैसे महाकुंभ का आयोजन किया जाता है, उसी तरह से दिल्ली में छठ का भी आयोजन किया जाएगा। प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा, 'एक तरफ अरविंद केजरीवाल पूर्वांचल के लोगों को यह कहकर अपमानित करते हैं कि वे 500 रुपये का टिकट कटाकर आते हैं और 5 लाख का इलाज कराकर चले जाते हैं। दूसरी तरफ जे पी नड्डा हमारी तुलना बांग्लादेशी घुसपैठियों से करते हैं।'
बता दें कि दिल्ली में लगभग 30-35 लाख पूर्वांचली मतदाता हैं। लगभग डेढ़ दर्जन सीटों पर पूर्वांचली मतदाता निर्णायक भूमिका में हैं। कई विधायक खुद पूर्वांचल से ही आते हैं। यही वजह है कि कांग्रेस के अलावा AAP और बीजेपी भी इन लोगों को रिझाने में लगी हुई हैं।
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AAP और BJP ने क्या कहा?
इस चुनाव की शुरुआत से पहले ही AAP और BJP के बीच पूर्वांचल के मुद्दों पर खूब बहस हुई। कभी केजरीवाल ने कुछ कहा तो बीजेपी ने घेरा तो कभी संजय सिंह संसद में जे पी नड्डा के बहाने पीएम मोदी और अमित शाह के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।