• NEW DELHI 24 Jan 2025, (अपडेटेड 24 Jan 2025, 8:16 AM IST)
राहुल गांधी कांग्रेस की कैंपेनिंग से दूर-दूर नजर आ रहे हैं। संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान वह फ्रंट फुट पर खेल रहे थे लेकिन दिल्ली जैसे अहम विधानसभा चुनाव से उन्होंने दूरी बनाई है।
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी। (Photo Credit: PTI)
दिल्ली कांग्रेस चाहती है कि राहुल गांधी की जगह प्रियंका गांधी, सूबे में पार्टी की कमान संभालें। दिल्ली कांग्रेस को राहुल गांधी से चुनाव प्रचार की उम्मीद कम है। वह संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान फ्रंट फुट पर नजर आ रहे थे। उन्होंने गौतम अडानी से लेकर भीम राव आंबेडकर तक के मुद्दे पर केंद्र सरकार को जमकर घेरा लेकिन दिल्ली विधानसभा चुनावों में उनकी सक्रियता सवालों के घेरे में है।
राहुल गांधी कांग्रेस के अहम चेहरे हैं लेकिन वही रैलियों और जनसभाओं से नदारद हैं, उनके उलट अरविंद केजरीवाल से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक दिल्ली के विधानसभा चुनाव में ताल ठोक रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी ने तो अपने केंद्रीय मंत्रियों तक को चुनावी कैंपेन में उतार दिया है।
कांग्रेस को राहुल नहीं प्रियंका से उम्मीद दिल्ली में कांग्रेस को राहुल गांधी नहीं, प्रियंका गांधी से उम्मीद है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि राहुल गांधी खराब स्वास्थ्य की वजह से दिल्ली चुनाव से दूर हैं। अब दिल्ली कांग्रेस की यूनिट को राहुल गांधी से ज्यादा उम्मीद नहीं है। पार्टी से जुड़े सूत्रों का कहना कि कांग्रेस अब चाह रही है कि दिल्ली चुनाव प्रचार में प्रियंका गांधी उतरें।
कब दिल्ली में कांग्रेस की कमान संभालेंगी प्रियंका दिल्ली कांग्रेस ने अपने केंद्रीय नेतृत्व से गुहार लगाई है कि अब प्रियंका गांधी को चुनाव प्रचार की कमान सौंप दी जाए। दिल्ली कांग्रेस को उम्मीद है कि प्रियंका गांधी 5 फरवरी को चुनाव प्रचार करेंगी। राहुल गांधी 20 जनवरी को पूर्व सीएम शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षिथ के समर्थन में एक रैली करने वाले थे लेकिन उन्होंने अपनी रैली रद्द कर दी। राहुल गांधी कर्नाटक में 1924 के बेलगावी कांग्रेस अधिवेशन के पार्टी के शताब्दी समारोह में से भी दूर रहे। राहुल गांधी की दिल्ली में एक के बाद एक लगातार 3 रैलियां थीं, जिनसे उन्होंने दूरी बना ली।
'बीमार हो गए राहुल गांधी' दिल्ली के सदर बाजार विधानसभा क्षेत्र के के इंद्रलोक मेट्रो स्टेशन के पास उनकी रैली होने वाली थी। कार्यक्रम में, दिल्ली कांग्रेस प्रमुख देवेंद्र यादव ने सभा से कहा, 'हम सभी राहुल गांधी जी का इंतजार कर रहे हैं। लेकिन उनकी तबीयत खराब होने के कारण शायद वे नहीं आ पाएं।'
संसद में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी। (File Photo Credit: PTI)
दिल्ली कांग्रेस प्रमुख देवेंद्र यादव ने जनसभा में राहुल गांधी का संदेश पढ़ते हुए कहा, 'आज मैं सदर में होने वाली इस बैठक में शामिल नहीं हो पा रहा हूं। मुझे पता है कि आज इस सभा में हजारों लोग मौजूद हैं जो मुझे चाहते हैं। मैं सभी को अपनी शुभकामनाएं भेज रहा हूं। मुझे पूरा विश्वास है कि इस सीट से हमारे उम्मीदवार भाई अनिल भारद्वाज और उनके अन्य साथी जो चुनाव लड़ रहे हैं, वे अच्छा प्रदर्शन करेंगे। जैसे ही मेरी तबीयत ठीक होगी, मैं दिल्ली और खासकर सदर आकर आप सभी से मिलने की कोशिश करूंगा।'
प्रियंका गांधी से ही उम्मीद क्यों? प्रियंका गांधी और राहुल गांधी की कैंपनिंग स्टाइल में अंतर है। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में प्रियंका गांधी ने पूरे दमखम के साथ पूर्वी उत्तर प्रदेश में कमान संभाली थी। उन्होंने खूब मेहनत की। अलग बात है कि प्रचंड मोदी लहर में उनकी मेहनत नाकाम हुआ। प्रियंका गांधी पर जब-जब पार्टी भरोसा करती है, वह चुनावी कैंपेन में पूरे दमखम से नजर आती हैं। अब कांग्रेस के नेतृत्व को उम्मीद है कि प्रियंका गांधी दिल्ली की चुनावी नैया पार करा देंगी।