बॉलीवुड के हीमैन धर्मेंद्र ने अपने करियर में एक से बढ़कर एक हिट फिल्में दी हैं। 87 साल की उम्र में वह बॉलीवुड में एक्टिव हैं। उनकी एक झलक पाने के लिए फैंस बेताब रहते हैं। उन्हें आखिरी बार करण जौहर की फिल्म 'रॉकी और रानी की प्रेम कहानी' में नजर आए थे।
बहुत कम लोग उनके भाई वीरेंद्र के बारे में जानते हैं। वीरेंद्र उनके कजन भाई थे और अपने समय में पंजाबी इंडस्ट्री के सुपरस्टार थे। उनकी सेट पर हत्या हो गई थी। आइए जानते हैं कैसे हुई थी धर्मेंद्र के भाई की मौत?
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पंजाब इंडस्ट्री के सुपरस्टार थे वीरेंद्र
अपने समय में धर्मेंद्र के भाई वीरेंद्र पंजाबी इंडस्ट्री के सुपरस्टार थे। वह अपने भाई धर्मेंद्र की तरह ही दिखते थे। वह बेहतरीन एक्टर ही नहीं शानदार फिल्म मेकर भी थे। उन्होंने अपने करियर में 25 फिल्मों में काम किया। उनकी सभी फिल्में सुपरहिट हुई। यही सफलता उनकी मौत का कारण बन गई। कहा जाता है कि वीरेंद्र की सफलता से लोग जलने लगे थे। 6 दिसंबर 1988 को वीरेंद्र की जिंदगी में वह पल आया जिसकी उम्मीद उन्हें भी नहीं थी।
सेट पर हुई थी वीरेंद्र की गोली मारकर हत्या
फिल्म 'जट ते जमीन' की शूटिंग के दौरान उन्हें गोलियों से भून दिया गया। उस समय में पंजाबी इंडस्ट्री में गोली बारी अपने चरम पर था। उनकी हत्या के पीछे कौन था। इसका कभी पता नहीं चल पाया। धर्मेंद्र अपने भाई को खोकर टूट गए थे। धर्मेंद्र के छोटे भाई अजित देओल ने भी फिल्मों में भी एंट्री की थी। हालांकि वह फिल्मों में कुछ खास कमाल नहीं कर पाए थे।
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वीरेंद्र का फिल्मी करियर
1975 में वीरेंद्र ने अपने करियर की शुरुआत 'तेरी मेरी एक जिंदड़ी' से की थी। इस फिल्म में उनके साथ धर्मेंद्र ने अहम भूमिका निभाई थी। इसके बाद उन्होंने 'धरम जीत', 'कुंवारा मामा', 'जट शूरमे', 'रांझा मेरा प्यार', 'वैरी जटी' समेत कई फिल्मों में काम कियाl था।