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काजोल की फिल्म 'मां' में नहीं है कोई नयापन, बोरिंग है स्क्रीनप्ले

काजोल की फिल्म 'मां' सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है। यह एक हॉरर मूवी जिसे अजय देवगन ने प्रोड्यूस किया है। आइए जानते हैं दर्शकों को यह फिल्म कैसी लगी?

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मां पोस्टर (Photo Credit: Kajol Insta Handle)

काजोल की हॉरर थ्रिलर फिल्म 'मां' सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है। काजोल के साथ इस फिल्म में इंद्रनील सेन गुप्ता, खेरिन शर्मा, रोनित रॉय समेत कई कलाकार मुख्य भूमिका में हैं। इस फिल्म का निर्देशन विशाल फुरिया ने किया है जिन्होंने 'शैतान' बनाई थी। फिल्म के ट्रेलर में दिखाया गया था कि काजोल अपनी बेटी को बचाने के लिए अदृश्य शक्तियों से लड़ते हुए नजर आती हैं।

 

दर्शकों को इस फिल्म के रिलीज का बेसब्री से इंतजार था। अब यह फिल्म रिलीज हो गई है। आइए जानते हैं दर्शकों को यह फिल्म कैसी लगी।

 

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फिल्म की स्टोरी लाइन

फिल्म की कहानी पश्चिम बंगाल के चंदरपुर गांव से शुरू होती है। यहां के हवेली के मालिक की पत्नी दो जुड़वां बच्चों को जन्म देती हैं। पहला बच्चा बेटा होता और दूसरी बच्चा बेटी होती है जिसे बलि चढ़ा दिया जाता है। हवेली के पीछे वाले हिस्से में एक पेड़ है जिसमें दैत्य रहता है। दैत्य गांव वालों पर हमला करने आता है लेकिन बच्ची की बलि की वजह से वह रुक जाता है।

 

उसी मालिक का बेटा शुभांकर (इंद्रनील सेनगुप्ता) बड़ा हो गया है और अपनी पत्नी अंबिका (काजोल) और बेटी श्वेता (खेरिन शर्मा) के साथ कोलकाता में रहता है। शुभांकर ने अपने परिवार को अपने गांव के बारे में कुछ नहीं बताया होता है ना ही उसके परिवार को उसकी बेटी के जन्म के बारे में पता होता है। कहानी में ट्विस्ट तब आता है जब श्वेता और अंबिका चंदरपुर पहुंचती हैं। चंदरपुर में दोनों का सामना दैत्य से होता है। अंबिका अपनी बेटी श्वेता को कैसे बचाएगी। यह जानने के लिए आपको फिल्म देखनी होगी।

 

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दर्शकों को कैसे लगी फिल्म

दर्शक फिल्म के बारे में लगातार रिव्यू दे रहे हैं। सोशल मीडिया पर यूजर्स का कहना है कि फिल्म में काजोल का काम अच्छा है लेकिन कहानी और स्क्रीनप्ले काफी स्लो है। दूसरे यूजर ने लिखा, मां एक हॉरर फिल्म जिसके पहले हॉफ में दैत्य की कहानी को बुना गया और दूसरे हाफ में फिल्म ने रफ्तार पकड़ी है। तीसरे यूजर ने लिखा, काजोल की मां बहुत स्लो और बोरिंग मूवी है जो बिल्कुल डराती नहीं है।

 

क्यों देखें फिल्म 

 

अगर आप हॉरर मूवी देखने के शौकीन हैं तो इस फिल्म को देख सकते हैं। फिल्म का क्लाइमेक्स अच्छा है। फिल्म में काजोल और रोनित रॉय का शानदार काम किया है।

 

क्यों ना देखें फिल्म

 

फिल्म का पहला हाफ बहुत स्लो है। आपको धैर्य बनाकर रखना होगा। फिल्म के कुछ सीन्स आपको बिल्कुल ही समझ नहीं आएंगे। कई जगहों पर आपको फिल्म बोरिंग लगती है।

 

 

 

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