'हेरा फेरी' बॉलीवुड की आइकोनिक फिल्मों में से एक हैं। इस फिल्म के सभी किरदारों की अपनी फैन फॉलोइंग है लेकिन बाबूराव गणपत राव के जैसा फेम किसी को नहीं मिला। इस कैरेक्टर को परेश रावल ने किया है। उन्होंने अपने लेटेस्ट इंटरव्यू में बताया कि वह अब इस कैरेक्टर के मुक्ति चाहते हैं।
परेश रावल ने बताया, ' मैंने फिल्म मेकर विशाल भारद्वाज और आर बाल्की से भी इस बारे में बात की थी उन्हें एक ऐसा किरदार दें जो उन्हें बाबू राव की इमेज से अलग करें'। हालांकि ऐसा नहीं हुआ। आज भी लोग उन्हें इस किरदार के लिए पसंद करते हैं।
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बाबूराव के किरदार से मुक्ति चाहतें हैं परेश रावल
उन्होंने द लल्नटॉप को दिए इंटरव्यू में कहा, 'मेरा हेरा फेरी का रोल गले की फंदा बन गया है। मैं 2006 में हेरी फेरी की रिलीज के बाद 2007 में विशाल भारद्वाज के पास गया। मैंने उनसे कहा कि मुझे इस इमेज से छुटकारा चाहिए। मैंने उनसे कहा कि मुझे उसी गेटअप में रोल दें लेकिन मैं उसमें एक अलग दिखूं। मैं एक एक्टर हूं। मुझे इस दलदल में नहीं फंसना है। हालांकि विशाल ने मुझसे कहा कि मैं किरदारों का रीमेक नहीं बनाता है। फिर मैं 2022 में उसी गुजारिश के साथ आर बाल्की के पास गया। मैंने उनसे उसी गेट अर पर एक अलग किरदार की मांग की। मैंने उनसे कहा, मुझे घुटने महसूस होती है। मैं खुश महसूस करता हूं लेकिन ये मुझे बांधता है। मैं इससे मुक्ति चाहता हूं। ये बहुत बुरा है'।
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'हेरा फेरी 3' करने से खुश नहीं हूं
परेश रावल ने 'हेरा फेरी 3' की तुलना लगे रहो मुन्नाभाई से की है। उन्होंने कहा, 'जब आप सीक्वल बनाते हैं तो आप एक ही चीज बनाते हैं। लगे रहो मुन्नाभाई की तरह मुन्नाभाई एमबीबीएस नहीं है। जहां उस किरदार को उस डायरेशक्शन में ले जाते हैं। हर कोई सीक्वल से पैसा कमाना चाहता है लेकिन उस किरदार के साथ कुछ अलग नहीं करना चाहता है जिसकी कमाई ही 500 करोड़ रुपये की है। इसे आगे नहीं बढ़ाना चाहिए। इसमें मानसिक दिवालियपन और सुस्ती है। मैं सीक्वल इसलिए कर रहा हूं क्योंकि मैं नहीं चाहता कि फिल्म अटक जाए। वैसे मुझे इसमें कोई खुशी नहीं है'।
2026 में 'हेरा फेरी 3' रिलीज होगी। मेकर्स ने इसी साल जनवरी महीने में 'हेरा फेरी 3' की ऑफिशियल अनाउंसमेंट की थी।