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'फुले' से नाराज ब्राह्मण समाज, विवाद के चलते नहीं रिलीज हुई फिल्म

प्रतीक गांधी और पत्रलेखा की फिल्म 'फुले' को लेकर जमकर कंट्रोवर्सी हो रही है। इस वजह से फिल्म की रिलीज डेट को पोस्टपोन कर दिया है।

Phule Release Date

प्रतीक गांधी और पत्रलेखा (Photo Credit: Patralekha Instagram Handle)

प्रतीक गांधी और पत्रलेखा की फिल्म 'फुले' विवादों में छाई हुई है जिस वजह से फिल्म की रिलीज डेट को टाल दिया गया है। इस फिल्म का निर्देशन अनंत महादेवन ने किया है। यह एक बायोपिक फिल्म है। इसमें प्रतीक ने ज्योतिबा फूले और पत्रलेखा ने सावित्री बाई का किरदार निभाया है। फिल्म के ट्रेलर को दर्शकों को पॉजिटिव रिस्पॉन्स मिला था।

 

फैंस इस फिल्म के रिलीज का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे लेकिन ब्राह्मण समाज की नाराजगी की वजह से पोस्टपोन करना पड़ा। विवाद बढ़ने के बाद सीबीएफसी ने भी फिल्म में कई कट्स लगाने को कहा है। आइए जानते हैं क्या है पूरा विवाद?

 

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विवाद पर 'फुले' के निर्देशक ने कही ये बात

 

अखिल भारतीय ब्राह्मणिन समाज और परशुराम आर्थिक विकास महामंडल का कहना है कि फिल्म के जरिए ब्राह्मण समाज की छवि को खराब करने की कोशिश की गई है। 'फुले' के निर्देशक अनंत महादेवन ने दावा किया है, 'फिल्म में सिर्फ तथ्यों को रखा गया है। मैंने अखिल भारतीय ब्राह्मणिन समाज के अध्यक्ष से मुलाकात कर उन्हें बताया कि हमने फिल्म में दिखाया है कि कैसे ब्राह्मण समाज की मदद से 20 स्कूलों को बनाया गया है'।

 

उन्होंने आगे कहा, 'मैं खुद ब्राह्मण हूं। मैं क्यों अपने ही समाज के लोगों के छवि को खराब करूंगा। यह कोई एजेंडी नहीं फिल्म है। हमें कई ब्राह्मण संगठनों ने नोटिस भेजा है। हम लोगों की आशंकाओं को दूर करेंगे ताकि हमारी फिल्म को कोई दिक्कत ना हो'।

 

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सेंसर बोर्ड ने भी चलाई कैंची

 

सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (CBFC) ने पहले 'फुले' को 'यू' सर्टिफिकेट दिया था। इसके बाद उन्होंने फिल्म के कुछ सीन्स में बदलाव करने के लिए कहा है। साथ ही फिल्म के वॉयसओवर से कास्ट सिस्टम को हटाने के लिए कहा है जिसमें 'महर', 'मंग', 'पेशवाई' और मनु सिस्टम के बारे में बताया गया है। 'जहां शूद्रों को झाड़ू बांधकर चलना चाहिए...', 3000 'साल पुरानी गुलामी' जैसे कुछ डायलॉग को बदलने के लिए कहा गया है। फिल्म के एक सीन में कुछ बच्चे सावित्री बाई पर गोबर फेंकते हैं। इस सीन को भी बदलने के लिए कहा है। निर्माताओं ने 'फुले' में अपने ऐतिहासिक दावों के समर्थन में डॉक्यूमेंट्स भी जमा किए हैं।

 

रिलीज डेट नहीं आई सामने

 

अनंत महादेवन की फिल्म 'फुले' में ज्योतिबा फूले और सावित्री के जीवन पर आधारित है। फिल्म में लड़कियों को शिक्षा की आजादी से लेकर समाज की कुरीतियों का दिखाया गया है। किस तरह से निचली जाति के लोगों को शोषण किया जाता था। पहले यह फिल्म 11 अप्रैल को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली थी। अभी मेकर्स ने फिल्म के रिलीज डेट की ऑफिशियल अनाउंसमेंट नहीं की है।

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