बॉलीवुड अभिनेता सैफ अली खान पर कुछ दिनों पहले हमला हुआ था। अब वह बिल्कुल ठीक है और अपने काम पर वापस लौट चुके हैं। सैफ के फैंस जानना चाहते हैं कि कैसी इतनी सिक्योरिटी के बीच कोई हमलावर उनके घर में घुस आया। सैफ के अटैक ने लोगों के मन में कई सवाल उठाए थे। अब 'देवरा' अभिनेता ने इन सभी सवालों का जवाब दिया है। उन्होंने पहली बार इंटरव्यू में बताया कि हमले वाली रात क्या हुआ था।
सैफ ने बताया कि करीना डिनर के लिए बाहर गई थीं और मुझे सुबह में कुछ काम था तो मैं घर पर ही था। जब वह वापस आईं तो हमने थोड़ी बातें की और सोने चले गए। कुछ समय बाद हाउस हेल्प आई और कहने लगी कि जेह के कमर में कोई घुस आया है और उसके हाथ में चाकू है और वह पैसों की मांग कर रहा है। उस समय करीब 2 बज रहे थे।
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क्या हुआ था हमले वाली रात
सैफ ने बताया, 'मैं जेह की कमरे की तरफ भागा और मैंने देखा कि एक आदमी मास्क पहने हाथ में चाकू और ब्लेड लिए खड़ा है। मैंने उसे पकड़ा और हम दोनों के बीच में हाथा पाई शुरू हो गई और उसने मेरी गर्दन पर चाकू से करीब 30 वार किए। मुझे नहीं पता कि उसने मेरी कैरोटिड आर्टरी (गले की पास वाली नसें) और जुगुलर वेन पर हमला कैसे नहीं किया। मैंने बचाव के लिए उसे हाथ से रोकने की कोशिश की। उसने मेरी कलाई और हाथ पर कई वार किए और पीठ पर भी चाकू से हमला किया। एक समय के बाद मेरे हाथ और पैर में जान नहीं बची थी। मुझे दर्द हो रहा था लेकिन एड्रीनलीन और शॉक की वजह से महसूस नहीं हो रहा था'।
करीना ने बेचैन होकर सबको किया था फोन
मैंने और मेरी हाउस हेल्प गीता ने हमलावर को कमरे में बंद कर दिया। इसके बाद हम भागकर नीचे आए और करीना बाहर आकर ऑटोरिक्शा, कैब बुलाने लगी। उसने कहा तुम अस्पताल जाओ और मैं जेह के साथ करिश्मा के घर जा रही हूं। वह बेचैन होकर सबको फोन करने लगी लेकिन किसी ने फोन नहीं उठाया। हम दोनों ने एक-दूसरे को देखा और मैंने करीना से कहा मैं ठीक हूं। इतनी जल्दी नहीं मरने वाला हूं।
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तैमूर ने पूछा था सैफ से ये सवाल
सैफ ने बताया कि मेरे बेटे तैमूर ने मुझे खून में लथ पथ देखा था। उसने मुझसे कहा कि आप मरने वाले हो। मैंने कहा, नहीं। उसके बाद उसने कहा कि मैं भी आपके साथ अस्पताल चलूंगा। मैं भी अकेले नहीं जाना चाहता था इसलिए मैं, तैमूर और मेरा हाउस हेल्प हरी साथ में अस्पताल पहुंचे। वह ऑटोरिक्शा वाला बहुत अच्छा था, उसने शॉर्ट कट से मुझे लीलावती अस्पताल पहुंचाया। इस दुनिया में अच्छे लोग भी रहते हैं।