रणबीर कपूर की फिल्म 'रामायण' को लेकर जबरदस्त बज बना हुआ है। इस फिल्म में रणबीर के साथ साई पल्लवी, यश, रवि दुबे समेत कई कलाकार मुख्य भूमिकाओं में हैं। फिल्म में रणबीर ने भगवान राम, साई ने माता सीता और यश लंकापति रावण के किरदार में दिखाई देंगे। इस फिल्म का निर्देशन नितेश तिवारी कर रहे हैं। फिल्म के निर्माताओं ने रामायण का फर्स्ट लुक रिलीज कर दिया है। रामायण को दो भाग में रिलीज किया जाएगा। फिल्म का पहले भाग 2026 और दूसरे भाग 2027 में रिलीज होगा।
प्राइम फोकस स्टूडियो और यश की मॉन्स्टर माइंड क्रिएशंस साथ में मिलकर 'रामायण' का निर्माण कर रहे हैं। इस फिल्म के निर्माता नमित मल्होत्रा हाल ही में 'द प्रभाकर गुप्ता एक्सपीरियंस' पोडकास्ट में शामिल हुए थे। पोडकॉस्ट में उन्होंने अपने ड्रीम प्रोजेक्ट 'रामायण' के बारे में बात की। उन्होंने बताया, 'रामायण के दोनों पार्ट के प्रोडक्शन और मार्केटिंग का कुल बजट 4000 करोड़ से ज्यादा होगा'। यह बजट किसी भारतीय फिल्म के मुकाबले 7 गुना ज्यादा है। इतना ही नहीं यह बजट 'दंगल' की कमाई से दो गुना ज्यादा है। आमिर खान की दंगल अब तक की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली भारतीय फिल्म है।
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कौन हैं 'रामायण' के निर्माता नमित मल्होत्रा
नमित ने कहा, 'जब हमने इस फिल्म को 6 से 7 साल पहले बनाने का प्लान किया था तो सभी लोगों ने मुझे पागल कहा था क्योंकि आज तक किसी भी भारतीय फिल्म का बजट इसके करीब नहीं पहुंचा'। नमित का यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इसी के साथ लोग जानना चाहते हैं कि इतनी बड़ी रकम खर्च करने वाले नमित मल्होत्रा कौन है?
नमित DNEG कंपनी के सीईओ हैं। उन्हीं की कंपनी 'रामायण' के लिए वीएफएक्स (VFX) बना रही है। उनकी कंपनी ने 'ड्यून पार्ट 2', 'ड्यून पार्ट 1 (2022)', 'टेनेट' (2021), 'फर्स्टमैन' (2019), 'ब्लेड रनर 2049' (2018), 'इंटरस्टेलर' (2015), 'इंसेप्शन' (2011) के लिए 8 बार बेस्ट विजुअल इफेक्ट के लिए ऑस्कर अवॉर्ड जीत है। इतना ही नहीं नमित की कंपनी ने 'ब्रह्मास्त्र' का वीएफएक्स भी तैयार किया था। हालांकि नमित की यह सफर उतना आसान नहीं थी।
बेटे की कंपनी के लिए पिता ने गिरवी रखा था घर
नमित के पिता अपने जमाने के प्रोड्यूसर थे और दादा एमएन मल्होत्रा सिनेमैटोग्राफर थे। नमित खुद भी निर्देशक बनना चाहता था लेकिन किस्मत को कुछ और मंजूर था। 1995 में नमित ने कंप्युटर ग्राफिक क्लास में एडमिशन ले लिया लेकिन उनका मन पढ़ाई में नहीं लगता था। उन्होंने पढ़ाई छोड़कर एडिटिंग स्टूडियो खोलने का फैसला किया। हालांकि इस सेटअप के लिए पैसे नहीं थे तो उनके पिता ने अपना घर गिरवी रख दिया। इसी एडिटिंग स्टूडियो में उन्होंने अपने टीचर्स को अपना पार्टनर बना लिया। उनके पिता भी वीडियो वर्कशॉप नाम की कंपनी चलाते थे जो शूट के लिए इक्विपमेंट्स रेंट पर देता था। नमित ने दो साल तक टीवी के कई बड़े चैनलों के लिए एडिटिंग का काम किया। उन्होंने बाद में अपने पिता की कंपनी को अपने साथ मर्ज कर दिया। इस तरह प्राइम फोकस स्टूडियो की नींव पड़ी।
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कैसे शुरू हुआ हॉलीवुड फिल्मों में काम करने का सफर
नमित ने बीबीसी को दिए इंटरव्यू में बताया कि हमने काम को बढ़ाना शुरू किया और धीरे विजुअल इफेक्ट, कलर करेक्शन और साउंड की फील्ड में भी उतर रहे थे। उन्होंने बताया था कि उस समय भारत में फिल्म निर्माताओं और निर्देशकों को स्पेशल इफेक्ट्स का इस्तेमाल करने में झिझक होती थी। हमारे पास नई टेक्नलॉजी थी इसलिए हमें हॉलीवुड के प्रोजेक्ट्स मिलने लगे थे। हमारी कंपनी ने 3 डी की दुनिया में कदम रखा। प्राइम फोक्स को Journey To The Centre of Earth को 2 डी से 3 डी में कन्वर्ट करने का काम सौंपा गया था। इसके बाद हमें जेम्स कैमरन की 'अवतार' को 3 डी में कनर्वट करने का काम मिला। इसके बाद हमने पीछे मुड़कर कभी नहीं देखा। इसके बाद हमने 'हैरी पॉटर', 'ट्रांसफॉर्मर्स', 'स्टार वॉर्स' जैसी कई बड़ी फ्रैंचाइजी के साथ काम किया था।