फ्रांस की राजधानी पेरिस में एक हैरान कर देने वाली घटना हुई है। एक स्कूल में बैग चैकिंग के दौरान 15 साल के एक छात्र ने एक सहायक की चाकू मारकर हत्या कर दी है। यह घटना उस समय हुई जब स्कूल में बैग की नियमित जांच की जा रही थी। इस घटना के बाद छात्र को हिरासत में ले लिया गया है जबकि इस दौरान गिरफ्तार करने में मदद कर रहे एक पुलिस अधिकारी को मामूली चोटें आईं।
यह घटना राजधानी पेरिस के पूर्वी हिस्से में स्थित 'नोजां के फ्रांकोइस डोल्टो मिडिल स्कूल' में हुई है। यहां मंगलवार को स्कूल में बैग की नियमित जांच की जा रही थी। इस दौरान 15 साल के एक छात्र ने स्कूल की एक महिला शैक्षणिक सहायक की चाकू मारकर हत्या कर दी। इस घटना से सभी लोग हैरान हैं। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने इस घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
यह भी पढ़ें- ट्रंप के 'ब्यूटीफुल बिल' में ऐसा क्या है, जिसने मस्क को कर दिया नाराज?
इसी साल बैग की जांच के दिए थे आदेश
फ्रांस के स्कूल में इस तरह की जानलेवा घटनाएं बहुत दुर्लभ है। हालांकि, हाल के सालों में स्कूलों में बढ़ती हिंसा ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है। सरकार ने इस हिंसा को रोकने के लिए कई कदम भी उठाए थे। शिक्षा मंत्रालय ने इसी साल कुछ स्कूलों में बैग की जांच की शुरुआत की थी, ताकि छात्रों द्वारा लाए गए हथियारों को जब्त किया जा सके और स्कूल परिसर को सुरक्षित बनाया जा सके।
राष्ट्रपति ने जताया शोक
इस घटना के सामने आने के बाद राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, 'जब वह नोजां के फ्रांकोइस डोल्टो मिडिल स्कूल में हमारे बच्चों की देखभाल कर रही थीं तब एक शैक्षणिक सहायक ने अपनी जान गंवा दी। वह बेवजह हिंसा का शिकार हो गई। हम सभी उसके परिवार और पूरे शैक्षिक समुदाय के साथ खड़े हैं।राष्ट्र शोक में है और सरकार अपराध को कम करने के लिए पूरी तरह जुटी हुई है।'
फ्रांस के गृह मंत्रालय के अनुसार, पिछले दो महीने की अवधि के दौरान बैग जांच में 186 चाकू जब्त किए गए और 32 लोगों को हिरासत में लिया गया। इससे पहले, अप्रैल में पश्चिमी फ्रांस के एक हाई स्कूल में एक छात्र ने चार अन्य छात्रों को चाकू मार दिया था। इस घटना में एक छात्र की मौत हो गई थी और तीन अन्य छात्र घायल हुए थे। नोजां के स्कूल में हुई घटना ने मौजूदा सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। सरकार आने वाले दिनों में इस तरह की हिंसा को रोकने के लिए और भी सख्त कदम उठा सकती है।