पाकिस्तान में हुए 3 धमाके में कम से कम 22 लोगों की मारे जाने की खबर सामने आई है। इसमें बलूचिस्तान प्रांत में राजनीतिक रैली के दौरान हुए आत्मघाती हमले में 11 लोगों की मौत हुई है। इस हमले में 40 लोग घायल हुए हैं। यह हमला क्वेटा प्रांत के स्टेडियम के पार्किंग में हुई जहां कई लोग बलोचिस्तान नेशनल पार्टी (BNP) की रैली में शामिल होने के लिए आए थे।
एक और ऐसा ही हमला बलूचिस्तान में ईरान के बॉर्डर के पास हुआ जिसमें 5 लोग मारे गए हैं। खैबर पख्तूनख्वाह प्रांत में आर्मी बेस में एक हमला हुआ जिसमें 6 सैनिक भी मारे गए हैं।
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बलूचिस्तान राज्य
बलूचिस्तान पाकिस्तान का सबसे बड़ा और अधिक संसाधन वाला प्रांत है। यह प्रांत गरीबी के साथ मानव विकास के पैमाने पर सबसे निचले स्तर पर है। BNP बलोच लोगों के अधिकारों और उनकी सुरक्षा के लिए आंदोलन करते आया है। 2014 से चीन का सबसे बड़ा प्रोजेक्ट वन बेल्ट वन रोड इनिशिएटिव के तहत इस क्षेत्र में बहुत बडे़ पैमाने पर निवेश कर रहा है।
पाकिस्तान आर्मी
पाकिस्तान आर्मी कई सालों से इस क्षेत्र में होने वाले बलोच लोगों की मांग 'बलूचिस्तान मुक्त' के खिलाफ ऑपरेशन चला रही है। 2024 में यहां हुए हिंसक हमलों में मारे जाने वालों की संख्या करीब 782 पहुंच गई थी।
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खैबर पख्तूनख्वाह हमला
आकड़ों के मानें तो 1 जनवरी से अब तक बलूचिस्तान और पड़ोसी प्रांत खैबर पख्तूनख्वाह में राज्य के खिलाफ लड़ रहे सशस्त्र समूहों द्वारा की गई हिंसा में 430 से अधिक लोग मारे गए हैं, जिनमें से अधिकांश सुरक्षा बलों के सदस्य हैं। सेना ने बताया कि मंगलवार को खैबर पख्तूनख्वाह के बन्नू शहर में अर्धसैनिक बल के मुख्यालय पर हुए हमले में छह सैनिक मारे गए। अधिकारी ने बताया कि इसके बाद 12 घंटे तक गोलीबारी चली और छह हमलावरों के मारे जाने के बाद बंद हुई। आतंकवादी समूह इत्तेहाद-उल-मुजाहिदीन पाकिस्तान ने उस हमले की जिम्मेदारी ली थी।