अडानी को झटका देने वाली हिंडनबर्ग बंद क्यों हो रही है?
दुनिया
• WASHINGTON D.C. 16 Jan 2025, (अपडेटेड 16 Jan 2025, 7:03 AM IST)
अमेरिकी शॉर्ट सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च बंद होने जा रही है। कंपनी के फाउंडर नाथन एंडरसन ने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी।

प्रतीकात्मक तस्वीर। (Photo Credit: Wikipedia Commons)
अडानी ग्रुप को झटका देने वाली अमेरिकी फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च बंद होने वाली है। हिंडनबर्ग रिसर्च के फाउंडर नाथन एंडरसन ने कंपनी को बंद करने का फैसला लिया है। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट्स ने अडानी ग्रुप और इकान इंटरप्राइजेज सहित कई कंपनियों को अरबों डॉलर का नुकसान पहुंचाया था।
क्यों बंद हो रही हिंडनबर्ग?
एंडरसन ने X पर पोस्ट कर हिंडनबर्ग को बंद करने की जानकारी दी। उन्होंने लिखा, 'जैसा कि मैंने पिछले साल के आखिर से ही अपने परिवार, दोस्तों और अपनी टीम के साथ शेयर किया। मैंने हिंडनबर्ग रिसर्च को बंद करने का फैसला लिया है। प्लानिंग ये थी कि हम जिन विचारों पर काम कर रहे थे, उन्हें पूरा करने के बाद इसे बंद कर दिया जाएगा और हाल ही में जिन पोंजी मामलों को हमने पूरा किया है और नियामकों के साथ साझा कर रहे हैं, वो दिन आज ही है।'
'मुझे डाउट था कि मैं ये कर सकता हूं'
एंडरसन ने अपने नोट में अपना संघर्ष भी साझा किया है। उन्होंने लिखा, 'मुझे शुरू में नहीं पता था कि क्या कोई संतोषजनक रास्ता खोजना मुमकीन होगा। ये कोई आसान विकल्प नहीं था, लेकिन मैं खतरे को लेकर अनजान था और इसकी ओर आकर्षित महसूस करता था।'
उन्होंने आगे लिखा, 'जब मैंने इसे शुरू किया तो मुझे डाउट था कि मैं ये कर सकता हूं या नहीं। मेरे पास कोई विरासत नहीं थी। मेरा कोई भी रिश्तेदार इस क्षेत्र में नहीं है। मैं एक सरकारी स्कूल में गया। मैं एक चालाक व्याारी नहीं हूं। मुझे पहनने के लिए सही कपड़ों के बारे में नहीं पता था। मैं गोल्फ नहीं खेल सकता। मैं कोई सुपरह्यूमन नहीं हूं जो 4 घंटे की नींद पर काम कर सके। अपनी ज्यादातर नौकरियों में मैं एक अच्छा कर्मचारी था, लेकिन ज्यादातर जगह मुझे नजरअंदाज किया जाता था। जब मैंने शुरुआत की थी तो मेरे पास कोई पैसा नहीं था और गेट से बाहर निकलते ही 3 मुकदमों में पड़ने से मेरे पास बहुत कम पैसे बचे थे। अगर मुझे व्हिसलब्लोअर वकील ब्रायन वुड का साथ नहीं मिला होता, तो मैं शुरुआत में ही नाकाम हो गया होता। मेरा एक छोटा बच्चा था और उस समय मुझे बेदखली का सामना करना पड़ रहा था। मैं घबरा गया था लेकिन जानता था कि अगर मैं रुका रहा तो टूट जाऊंगा। मेरे पास एकमात्र विकल्प आगे बढ़ते रहना था।'
A Personal Note From Our Founderhttps://t.co/OOMtimC0gV
— Hindenburg Research (@HindenburgRes) January 15, 2025
अपनी टीम को लेकर क्या बोले एंडरसन?
अपने नोट में एंडरसन ने अपनी टीम को लेकर भी बात लिखी। उन्होंने लिखा, 'नकारात्मक विचारों के आगे झुकना और दूसरे आपके बारे में क्या सोचते हैं उस पर विश्वास करना बहुत आसान है, खासकर तब जब चीजें खराब लगती हैं लेकिन उन सबसे निकलना मुमकीन है। मैं इसे लेकर जुनूनी था। मैंने अपने डर और असुरक्षाओं के बावजूद इसे आगे बढ़ने दिया। फिर ये धीरे-धीरे फलने-फूलने लगा।'
उन्होंने लिखा, 'एक-एक करके हमने 11 लोगों की एक टीम बनाई। मैंने उनमें से हरेक को काम पर रखा, इसलिए नहीं कि हमें जरूरत थी, बल्कि इसलिए क्योंकि जब हमारे रास्ते मिले और मैं देख सका कि वो कौन थे, तो मुझे एहसास हुआ कि उन्हें काम पर न रखना पागलपन होता। वो सभी स्मार्ट थे। उनके साथ काम करना मजेदार था। घमंड न के बराबर। जब आप उनसे मिलते हैं तो वो सभी बहुत अच्छे और विनम्र होते हैं। लेकिन जब इस क्षेत्र की बात आती है, तो वो क्रूर होते हैं। मेरी तरह ही हमारी टीम का कोई फाइनेंशियल बैकग्राउंड नहीं था। मेरा पहला कर्मचारी अक्सर खुद को पूर्व बारटेंडर बताता है। हम सभी के पास दुनिया का एक साझा विजन है। वो सभी मेरे लिए परिवार हैं।'
'हमारे काम का इतना असर होगा, सोचा नहीं था'
एंडरसन ने अपने काम का भी जिक्र किया। उन्होंने लिखा, 'धोखाधड़ी, भ्रष्टाचार और नकारात्मकता अक्सर भारी लगती है। शुरुआत में न्याय की भावना मायावी लगती थी लेकिन जब ये हुआ तो ज्यादा संतोषजनक था। जितना मैंने शुरुआत में सोचा था उससे कहीं ज्यादा संभव था। हमने अपने काम के जरिए लगभग 100 व्यक्तियों पर आपराधिक आरोप लगाए गए हैं, जिनमें अरबपति और कुलीन वर्ग भी शामिल हैं। हमने कुछ ऐसे साम्राज्यों को हिला दिया जिन्हें हमें हिलाने की जरूरत महसूस हुई।'
आगे क्या करेंगे एंडरसन?
अपने नोट में एंडरसन ने आगे की प्लानिंग के बारे में भी बताया है। उन्होंने कहा, 'पिछले कई साल में हमारे पास आपमें से कई लोगों के हजारों मैसेज आए हैं जो पूछते हैं कि हम जो करते हैं वो कैसे करते हैं, या क्या आपकी टीम में शामिल हो सकते हैं? मैंने उन सभी को पढ़ा है और मैं ये पता लगाने की कोशिश कर रहा हूं कि मैं किस तरह से सभी को जवाब दे सकता हूं। इसलिए अगले 6 महीनों में मैं अपने काम से जुड़े हर पहलू पर वीडियो सीरीज करने की प्लानिंग कर रहा हूं।'
क्या करती थी हिंडनबर्ग?
हिंडनबर्ग रिसर्च एक शॉर्ट सेलिंग फर्म है। काम शेयर मार्केट, इक्विटी, क्रेडिट और डेरिवेटिव्स पर रिसर्च करना था। कंपनी शेयर मार्केट में हो रही पैसों की हेरा-फेरी का पता करती थी। जांच करती थी कि कोई कंपनी अपने फायदे के लिए अकाउंट मिसमैनेजमेंट तो नहीं कर रही। रिसर्च पूरी करने के बाद हिंडनबर्ग एक रिपोर्ट पब्लिश करती है। इस कंपनी की रिपोर्ट का दुनियाभर के शेयर मार्केट पर असर देखने को मिला है।
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