जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। इस हमले में 26 निर्दोष लोग मारे गए, जिनमें अधिकतर पर्यटक थे। इसके बाद भारत और पाकिस्तान दोनों ने एक-दूसरे के खिलाफ कड़े कदम उठाए हैं, जिनका असर अब हवाई यातायात पर भी दिखने लगा है।
अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर नजर रखने वाली वेबसाइट और एयरलाइन कंपनियों के अनुसार, कई बड़े अंतर्राष्ट्रीय एयरलाइन कंपनियों ने फिलहाल पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र से गुजरने से परहेज करना शुरू कर दिया है। इनमें फ्रांस की एयर फ्रांस और जर्मनी की लुफ्थांसा शामिल हैं।
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इन कंपनियों ने किया पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र से किनारा
लुफ्थांसा समूह ने एक बयान में कहा, 'हम स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और अगली सूचना तक पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र से बच रहे हैं।' इसके चलते फ्रैंकफर्ट से दिल्ली जाने वाली लुफ्थांसा की फ्लाइट LH760 को रविवार को अपने सामान्य रास्ते से लंबा रास्ता लेना पड़ा, जिससे यात्रा करीब एक घंटे लंबी हो गई।
एयर फ्रांस ने भी इसी तरह की प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को देखते हुए, उन्होंने पाकिस्तान के ऊपर से उड़ानें रोक दी हैं। इसके कारण अब उनके दिल्ली, बैंकॉक और हो ची मिन्ह सिटी जाने वाले फ्लाइट्स के समय और मार्ग में बदलाव किया गया है।
दूसरे एयरलाइन्स का रुख
हालांकि ब्रिटिश एयरवेज, स्विस इंटरनेशनल एयरलाइंस और एमिरेट्स की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है लेकिन फ्लाइट ट्रैकिंग डेटा से यह सामने आया है कि इनकी कई उड़ानों ने पाकिस्तान के ऊपर से जाने के बजाय समुद्री और उत्तरी रास्तों का इस्तेमाल किया।
इन बदलावों के कारण यात्रा समय में बढ़ोतरी होगी, जिससे विमान कंपनियों को अधिक ईंधन खर्च करना पड़ेगा। साथ ही, पाकिस्तान को मिलने वाला ओवरफ्लाइट चार्ज भी प्रभावित होगा।
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भारत-पाक के बीच जवाबी कार्रवाई
आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया है। इसके जवाब में पाकिस्तान ने भी भारतीय एयरलाइन्स पर रोक लगा दी है और भारत से व्यापार और विशेष वीजा सुविधाएं भी निलंबित कर दी हैं। पाकिस्तान की सिविल एविएशन अथॉरिटी ने अभी तक इस मुद्दे पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।