अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दुनियाभर के दोशों के लिए रेसिप्रोकल टैरिफ का ऐलान कर दिया है। ट्रंप ने भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, चीन समेत दूसरे देशों से अमेरिका पहुंचने वाले सामान पर कितना टैरिफ लगेगा इसका ऐलान कर दिया है। ट्रंप के टैरिफ से यूरोप भी अछूता नहीं रहा। अमेरिका ने यह नया टैरिफ तत्काल प्रभाव से सभी देशों पर लागू किया है। इसके अलावा डोनाल्ड ट्रंप ने वियतनाम, कंबोडिया, मलेशिया और थाईलैंड सहित कई एशियाई देशों पर 24 से 50 फीसदी तक का टैरिफ लगाया है।
चीन ने वियतनाम, कंबोडिया, मलेशिया और थाईलैंड में निवेश एवेन्यू बनाया लेकिन अब ट्रंप ने इन देशों में 35 फीसदी से लेकर 50 फीसदी तक टैरिफ लगाने की बात कह दी है। टैरिफ की वजह से इन देशों की स्थिति खस्ता हो सकती है।
यह भी पढ़ें: वक्फ बिल के कानून बन जाने से देश में क्या बदलेगा? आज ही समझ लीजिए
चीन पर अमेरिका ने 34 फीसदी टैरिफ लगाया
ट्रंप के ऐलान के मुताबिक, भारत से अमेरिका 26 फीसदी टैरिफ वसूलेगा। वहीं, चीन पर अमेरिका ने 34 फीसदी टैरिफ लगाया है। इससे यह स्पष्ट तो गया है कि चीन से बढ़ते व्यापार घाटे को कम करने के लिए अमेरिका ने यह कदम उठाया है। ट्रंप का मानना है कि टैरिफ बढ़ाकर अमेरिका को आर्थिक रूप से मजबूत और 'ग्रेट' बनाया जा सकता है।
ऐसे में यह जानना जरूरी है कि आखिर डोनाल्ड ट्रंप ने एक साथ में दर्जनों देशों के ऊपर जो टैरिफ लगाया है, उन्होंने ये टैरिफ कैसे लगाया?
टैरिफ का गणित
दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जिन देशों पर टैरिफ लगाया है उनपर सीधे तौर पर 50 फीसदी का भार डाल दिया है। इसको हम भारत पर लगाए गए टैरिफ से समझ सकते हैं। जैसे भारत अमेरिका को निर्यात किए गए सामानों पर 52 फीसदी का टैक्स वसूलता है, इसके मुकाबले में अमेरिका ने भारत पर 26 फीसदी टैरिफ लगाया दिया है। ट्रंप ने यह तरीका सभी देशों पर अपनाया है।
चीन अमेरिका से अपने सामानों के लिए 67 फीसदी टैक्स लेता है, इसके मुकाबले में ट्रंप ने चीन पर इसका आधा 34 फीसदी लगा दिया। इसी तरह से यूरोपीयन यूनियन अमेरिका से 39 फीसदी टैक्स वसूलता है, इसके मुकाबले में ट्रंप ने 20 फीसदी टैरिफ लगाया है।
इस टेबल में जानें किस देश पर कितना टैरिफ...

यह भी पढ़ें: तीस्ता प्रोजेक्ट पर यूनुस की क्या है स्ट्रैटजी? चीन को भेजा बुलावा
अमेरिका के लिए मुक्ति दिवस- ट्रंप
डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को टैरिफ की घोषणा करते हुए कहा, 'यह अमेरिका के लिए मुक्ति दिवस है, एक ऐसा दिन जिसका हम लंबे समय से इंतजार कर रहे थे। 2 अप्रैल 2025 को हमेशा उस दिन के रूप में याद किया जाएगा जिस दिन अमेरिकी इंडस्ट्री का पुनर्जन्म हुआ था, जिस दिन अमेरिका की नियति को फिर से प्राप्त किया गया था और जिस दिन हमने अमेरिका को फिर से अमीर बनाना शुरू किया था, हम इसे अमीर, अच्छा और अमीर बनाने जा रहे थे।'
ट्रंप के टैरिफ ने चौतरफा ट्रेड वॉर की आशंका को बढ़ा दिया है। डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि हमारे देश को अन्य देशों द्वारा लूटा गया है। साथ ही ट्रंप ने कहा कि टैक्स पेयर्स को 50 से ज्यादा सालों से लूटा जा रहा है, लेकिन अब ऐसा नहीं होने वाला है।
क्या होगा असर?
वियतनाम, कंबोडिया, थाईलैंड और बांग्लादेश जैसे देशों को ट्रंप ने बड़ी चोट दी है। चीन ने इन देशों में निवेश एवेन्यू बनाया लेकिन अब ट्रंप द्वारा 35 फीसदी से लेकर 50 फीसदी तक टैरिफ लगाने की वजह इन देशों की स्थिति खस्ता हो सकती है। ऐसे ही भारत अमेरिका को दवाइयां, हीरे जवाहरात, ऑटो पार्ट्स, कपड़े अमेरिका भेजता है। भारत अगर दुनिया में 100 डॉलर का सामान भेजता है तो तकरीबन 18 डॉलर अमेरिका जाता है। नए टैरिफ लगने इन सेक्टर पर असर पड़ सकता है।