ईरान और इजरायल युद्ध में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप खुलकर इजरायल का समर्थन कर रहे हैं। इस बीच एक वरिष्ठ अमेरिकी राजनयिक ने मध्य पूर्व में अराजकता और आतंक के लिए इजरायल को दोषी ठहराया है, जिससे भ्रम स्थिती फैल गई है। हालांकि, राजनयिक ने यह बयान गलती से दे दिया। बयान देने के तुरंत बाद राजनयिक ने गलती समझते हुए खुद को सही कर लिया।
दरअसल, संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की अंतरिम प्रभारी डोरोथी शीया ने ईरान की क्षेत्रीय कार्रवाइयों की निंदा करते हुए एक भाषण के दौरान गलती से यह बयान दिया। उन्होंने कहा, 'इजरायल की सरकार ने भी पूरे क्षेत्र में अराजकता, आतंक और पीड़ा फैलाई है।' गलती को भांपते हुए डोरोथी शीया ने बीच में ही रुककर खुद को सही किया।
कैमरों में कैद हुआ बयान
अमेरिकी राजनयिक डोरोथी शीया ने जब यह बयान दिया तो वह वहां मौजूद कैमरों में कैद हो गया। हालांकि, वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। सोशल मीडिया पर लोग इस वीडियो के बारे में कह रहे हैं कि क्या यह गलती वास्तव में हुई थी या कूटनीतिक भ्रम फैलाने के लिए थी।
इजराइल के लिए समर्थन की पुष्टि
अजीब विराम के बावजूद, UN में अमेरिका की अंतरिम प्रभारी डोरोथी शीया ने इजराइल के लिए अमेरिका के समर्थन को दोहराया। उन्होंने कहा, 'अमेरिका इजराइल के हमलों में शामिल नहीं था, इसमें कोई शक नहीं है कि अमेरिका इजराइल के साथ खड़ा है और ईरान की परमाणु महत्वाकांक्षाओं के खिलाफ इजरायल के कदमों का समर्थन करता है।'
उन्होंने दावा किया कि ईरान के पास अब परमाणु हथियार बनाने के लिए जरूरी क्षमताएं हैं। उन्होंने ईरान की इस स्थिति को अस्वीकार्य बताया। इसके साथ ही शिया ने आग्रह करते हुए कहा, 'इस परिषद को ईरान से अपना रास्ता बदलने का आग्रह करना चाहिए।' ईरान की सरकार को अपनी परमाणु महत्वाकांक्षाओं को छोड़ देना चाहिए ताकि और ज्यादा विनाश न हो।'
इजराइल-ईरान के बीच जारी है संघर्ष
अमेरिका का यह बयान ऐसे समय में आया है जब इजराइल और ईरान के बीच समय के साथ लगातार तनाव बढ़ता जा रहा है। 13 जून को इजराइल ने ईरान के परमाणु और सैन्य ठिकानों पर खुद की सुरक्षा का हवाला देते हुए हमला किया। इसके जवाब में ईरान ने इजरायल के ऊपर जोरदार जवाबी मिसाइल हमले किए हैं।