अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने फेयरवेल स्पीच में 'सुपर रिच' पर निशाना साधा। राष्ट्रपति के तौर पर आखिरी बार देश को संबोधित करते हुए बाइडेन ने कहा कि देश में अमीरों का वर्चस्व बढ़ रहा है, जिससे देश और लोकतंत्र को खतरा पैदा हो रहा है।
फेयरवेल स्पीच में क्या बोले बाइडेन?
ओवल ऑफिस से दी फेयरवेल स्पीच में बाइडेन ने रईसों को आड़े हाथों लिया। माना जा रहा है कि उनका इशारा डोनाल्ड ट्रंप और एलन मस्क की तरफ था। उन्होंने कहा, 'आज अमेरिका में दौलतमंदों का बोलबाला बढ़ रहा है, जो सचमुच हमारे लोकतंत्र को खतरे में डालता है। अब अमीरों के हाथ में सत्ता जा रही है। इससे नागरिकों के बुनियादी अधिकारों को भी खतरा है। क्योंकि इससे सभी को मिलने वाले निष्पक्ष मौके खत्म हो जाएंगे। इस चंगुल से बाहर निकलना होगा। अमेरिका होने का मतलब यही है कि सभी को बराबर मौके मिलें। आप मेहनत करना मत छोड़ना, क्योंकि यही आपको आगे ले जा सकती है।'
प्रेस की स्वतंत्रता पर उठाए सवाल
बाइडेन ने अपनी स्पीच में प्रेस की आजादी पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, 'आज के समय में अमेरिकियों को गलत सूचना और दुष्प्रचार के ढेर में दबाया जा रहा है। सत्ता का दुरुपयोग हो रहा है। आज प्रेस पर भारी दबाव है। आजाद मीडिया खत्म हो रही है। संपादक गायब हो रहे हैं।'
बाइडेन ने कहा, '50 साल के राजनीतिक जीवन के बाद मैं कह सकता हूं कि अमेरिका होने का मतलब लोकतांत्रिक संस्थाओं का सम्मान है। खुला समाज और स्वतंत्र प्रेस इसकी नींव हैं।'
अपनी उपलब्धियों पर क्या बोले बाइडेन?
फेयरवेल स्पीच में बाइडेन ने अपनी उपलब्धियों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, 'जो कुछ भी हमने साथ में किया है, उसका असर दिखने में वक्त लगेगा लेकिन जो बीज हमने बो दिए हैं, वो बढ़ेंगे और आने वाले दशकों तक खिलेंगे।' बाइडेन ने अमेरिकी लोकतंत्र की तारीफ करते हुए कहा, 'दुनिया में सिर्फ अमेरिका में ही ऐसा हो सकता है, जहां एक हकलाने वाला बच्चा राष्ट्रपति बन जाए।'
20 जनवरी को शपथ लेंगे ट्रंप
पिछले साल हुए राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत हुई थी। बाइडेन की डेमोक्रेटिक पार्टी से उम्मीदवार कमला हैरिस हार गई थीं। चुनाव से पहले बाइडेन राष्ट्रपति चुनाव की रेस से बाहर हो गए थे। अब डोनाल्ड ट्रंप 20 जनवरी को राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे। अमेरिकी इतिहास में 132 साल बाद ये पहला मौका है जब किसी राष्ट्रपति ने कमबैक किया है। ट्रंप से पहले 1893 में ग्रोवर क्लीवलैंड ने एक चुनाव हारने के बाद दूसरा चुनाव जीतकर व्हाइट हाउस में वापसी की थी।