भारत का पड़ोसी देश श्रीलंका 2022 में काफी उथल-पुथल के बाद दिवालिया हो गया था। तत्कालीन गोटबाया राजपक्षे सरकार के दौर में चर्मराई अर्थव्यवस्था के बाद श्रीलंकाईयों ने सरकार गिरा दी थी। देश में आर्थिक के साथ-साथ सियासी अस्थिरता भी लगातार बनी रही, लेकिन इन सभी घटनाओं के तीन साल बाद 2025 में श्रीलंका ने पहली बार आम बजट पेश किया है।
श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके ने सोमवार को 2025-26 के लिए आम बजट पेश किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि वह श्रीलंका की संकटग्रस्त अर्थव्यवस्था को बेहतर करने को प्राथमिकता देंगे। साथ ही कहा कि साल 2028 से श्रीलंका फिर से अपना लोन चुकाने की स्थिती में होगा। दिसानायके पिछले साल श्रीलंका के राष्ट्रपति बने थे। उन्होंने पदभार ग्रहण करने के बाद अपना पहला पूर्ण बजट पेश किया है।
दिसानायके सरकार की बजट की मुख्य बातें
देश का बजट पेश करते हुए अनुरा दिसानायके ने कहा कि 2025 में श्रीलंका की अर्थव्यवस्था 5 प्रतिशत की दर से बढ़ने की उम्मीद है। उन्होंने कहा, 'बजट हमारी अर्थव्यवस्था और समग्र नीति निर्माण के लिए सरकार के नजरिए को दिखाती है।'
वित्तीय संकट से उबरने में मिलेगी मदद
दिसानायके सरकार के इस बजट से श्रीलंका को 2022 के वित्तीय संकट से उबरने में मदद मिलने की उम्मीद है। आर्थिक संकट से जूझे श्रीलंका उस समय पहली बार अंतरराष्ट्रीय लोन नहीं चुका पाया था, जिसके बाद उसकी दुनिया में किरकिरी हो गई थी। हालाकि दिसानायके ने बजट पेश करते हुए कहा कि 2025 में श्रीलंका की अर्थव्यवस्था 5 प्रतिशत की दर से बढ़ने की उम्मीद है।
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श्रीलंकाई मीडिया ने दिसानायके के हवाले से बताया है बजट का उद्देश्य एक ऐसी अर्थव्यवस्था की नींव रखना है, जहां सभी नागरिक सक्रिय भागीदार, सक्रिय हितधारक और सक्रिय लाभार्थी हों। दिसानायके ने कहा कि 2025 में सकल घरेलू उत्पाद का 6.7 प्रतिशत का बजट घाटा होने की उम्मीद है। यह पिछले साल के 6.8 फीसदी से कम है।
इसके अलावा दिसानायके ने कहा कि सरकार सरकारी सेवाओं के डिजिटलीकरण को प्राथमिकता देगी और नकदी रहित अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ेगी।