ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान को चीन और तुर्किये से सैन्य मदद मिली थी। कुछ दिन पहले लेफ्टिनेंट जनरल राहुल आर सिंह ने खुलासा किया था कि चीन ने पाकिस्तान को लाइव लैब की तरह इस्तेमाल किया था। उसने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान अपने हथियारों का परीक्षण किया। पाकिस्तान सिर्फ सामने था, लेकिन दुश्मन तीन थे। अब भारत के इस बयान पर पाकिस्तान के सेना प्रमुख असीम मुनीर ने अपनी प्रतिक्रिया दी। चारों तरफ किरकिरी के बाद मुनीर अब दुनिया को सफाई देने लगा है। उसने दावा किया है कि पाकिस्तान ने भारत का अकेले मुकाबला किया था। उसने चीन से मिली मदद के दावे को तथ्यात्मक तौर पर गलत बताया।
असीम मुनीर सोमवार को इस्लामाबाद स्थित राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय में स्नातक की पढ़ाई करने वाले अधिकारियों को संबोधित करने पहुंचा। इस दौरान उसने गीदड़भभकी दी और कहा, 'पाकिस्तान की संप्रभुता को कमजोर करने की किसी भी कोशिश जवाब दिया जाएगा।' आगे दावा किया, 'पाकिस्तान के ऑपरेशन बन्यनम मार्सूस में बाहरी समर्थन का आरोप गैर-जिम्मेदाराना और तथ्यात्मक तौर पर गलत है। पाकिस्तान ने दशकों के रणनीतिक विवेक से स्वदेशी क्षमता को विकसित किया है। द्विपक्षीय सैन्य संघर्ष में अन्य देशों को भागीदार बताना खेमेबाजी की राजनीति करने का घटिया प्रयास है।'
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तीन दुश्मनों से निपट रहा था भारत
भारतीय सेना के उप प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल राहुल आर सिंह ने पिछले हफ्ते दिल्ली में आयोजित एक सेमिनार में कहा था कि पाकिस्तान सिर्फ सामने था। चीन अपने सदाबहार दोस्त को हरसंभव मदद पहुंचा रहा था। तुर्किये ने पाकिस्तान को सैन्य हार्डवेयर की आपूर्ति करके एक अहम भूमिका निभाई। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत कम से कम तीन दुश्मनों से निपट रहा था।
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मुनीर बोला- कूटनीति से बनाई स्थायी साझेदारी
असीम मुनीर ने कहा, 'पाकिस्तान ने सैद्धांतिक कूटनीति के आधार पर स्थायी साझेदारी बनाई है। यह पारस्परिक सम्मान और शांति पर आधारित है। पाक ने क्षेत्र में स्थिरता लाने वाले के रूप में खुद को स्थापित किया है।' मुनीर ने कहा कि युद्ध मीडिया की बयानबाजी, आयातित फैंसी हार्डवेयर या राजनीतिक नारेबाजी से नहीं जीते जाते। युद्ध में जीत विश्वास, पेशेवर क्षमता, परिचालन स्पष्टता, संस्थागत ताकत और राष्ट्रीय संकल्प से जीते जाते हैं।
चार दिन चला था संघर्ष
22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारत ने 7 मई को पाकिस्तान और पीओजेके में स्थित नौ आतंकियों ठिकानों पर मिसाइलों से हमला किया था। भारत के हमले में लगभग 100 आतंकियों की जान गई थी। जवाब में पाकिस्तान सेना ने भारत के सैन्य ठिकानों पर और आबादी वाले क्षेत्रों पर हमले की कोशिश की। मगर एयर डिफेंस सिस्टम ने हवा में ही पाकिस्तानी मिसाइलों और ड्रोन को नष्ट कर दिया। 10 मई की तड़के भारतीय एयरफोर्स ने पाकिस्तान के नूर खान समेत 11 एयरबेस पर भीषण तबाही मचाई। इसके बाद घुटनों पर आए पाकिस्तान ने सीजफायर की गुहार लगाई।