भारत के साथ तनावपूर्ण रिश्तों के बीच पाकिस्तान ने एक बार फिर झूठी खबर फैलाने की कोशिश की है, जब सेना प्रमुख असीम मुनीर ने प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ को एक पुरानी तस्वीर दी, जिसमें चीनी सेना का लगभग 5 साल पुराना युद्धाभ्यास दिखाया गया था। हालांकि, मुनीर ने गलत तरीके से दावा करते हुए कहा कि यह तस्वीर पाकिस्तान के भारत के खिलाफ हमले की है। अब इस घटना के बाद असीम मुनीर की काफी किरकिरी हो गई है।
भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ अपनी कार्रवाइयों के कई फोटो और वीडियो सबूत साझा किए हैं, जिनमें पाकिस्तानी हवाई अड्डों को हुआ बड़ा नुकसान दिखता है। लेकिन मुनीर की टीम ने एक पुरानी चीनी सैन्य अभ्यास की तस्वीर का उपयोग करके ऐसी जीत का दावा किया, जो वे कभी हासिल नहीं कर सके।
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पुरानी है तस्वीर
यह तस्वीर वास्तव में पुरानी है और पिछले पांच सालों में कई बार इस्तेमाल हो चुकी है। यह PHL-03 की तस्वीर है, जो चीन का एक रॉकेट लॉन्चर है। इसे 2019 में पहली बार साझा किया गया था और इसका श्रेय फोटोग्राफर हुआंग हाई को जाता है।
यह तस्वीर कथित तौर पर पाकिस्तान के फील्ड मार्शल असीम मुनीर द्वारा आयोजित एक बड़े और शानदार डिनर पार्टी के दौरान पेश की गई थी। यह आयोजन राजनीतिक नेतृत्व, सेना की ‘मज़बूत प्रतिबद्धता’ और ऑपरेशन बुनयान-उन-मार्सूस के दौरान पाकिस्तानी लोगों के ‘अडिग जज़्बे’ को सम्मानित करने के लिए था, लेकिन सोशल मीडिया पर इसकी हंसी उड़ाई गई।
सोशल मीडिया पर उड़ा मजाक
सोशल मीडिया यूज़र्स ने तुरंत बताया कि यह तस्वीर पाकिस्तान के ऑपरेशन बुनयान-अल-मार्सूस की नहीं, बल्कि 2019 के चीनी सैन्य अभ्यास की है। एक यूज़र ने लिखा, “शहबाज़ शरीफ ने असीम मुनीर को 2019 के चीनी सैन्य अभ्यास की तस्वीर 'ऑप बुनयान' के तोहफे के रूप में दी। लगता है उन्हें गूगल इमेज सर्च के बारे में कुछ नहीं पता।"
एक अन्य यूज़र ने लिखा, ‘पाक पीएम ने असीम मुनीर को 2019 के चीनी सैन्य अभ्यास की तस्वीर दी, जो भारत के खिलाफ युद्ध में जीत का झूठा दावा करती है। वहीं, भारत ने #ऑपरेशनसिंदूर के दौरान सटीक और ताकतवर हमलों के पक्के सबूत दिए। झूठ, धोखा और भ्रम पाकिस्तान की सरकारी नीति बने हुए हैं।’