पाकिस्तान में मंगलवार को अलगाववादी संगठन बीएलए ने जाफर एक्सप्रेस को हाईजैक कर लिया। इस ट्रेन में करीब 500 लोग सवार थे। तब से लेकर अब तक पाकिस्तानी आर्मी और बीएलए के बीच फायरिंग जारी है।
पाकिस्तानी आर्मी नागरिकों को छुड़ाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी हुई है। खबरों के मुताबिक अब तक 155 नागरिकों को रेस्क्यू किया जा चुका है।
खबरों के मुताबिक बीएलए ने अब तक 30 सुरक्षाबलों को मार दिया है और 200 से अधिक लोग अभी भी बंधक हैं। इस बीच बीएलए ने एक वीडियो जारी करके बताया है कि उन्होंने किस तरह से रेलवे ट्रैक उड़ाया और कैसे लोगों को बंधक बनाया।
1 मिनट 23 सेकंड का फुटेज
1 मिनट 23 सेकंड के धुंधले फुटेज में यात्री पहाड़ के सामने ज़मीन पर बैठे हुए दिखाई दे रहे हैं, और विद्रोही बंदूक थामे उन पर नज़र रख रहे हैं। दो दिनों के दौरान, पाकिस्तानी सेना ने घेरे हुए ट्रेन से 190 बंधकों को छुड़ाने में कामयाबी हासिल की है.
मंगलवार को रिहा हुए यात्रियों ने बताया कि सुरक्षित स्थान तक पहुंचने के लिए उन्हें कई घंटों तक पहाड़ी इलाकों से होकर गुजरना पड़ा। जाफर एक्सप्रेस ट्रेन में अपनी मां के साथ यात्रा कर रहे मुहम्मद बिलाल ने बताया, 'मैं यह बताने के लिए शब्द नहीं ढूंढ़ पा रहा हूं कि हम कैसे बच निकले। यह भयानक था।'
हमले की जिम्मेदारी बलूच लिबरेशन आर्मी ने तुरंत ली और बदले में उन्होंने कैद सदस्यों को रिहा किए जाने की मांग की।
काफी समय से अशांत है बलूचिस्तान
गरीबी की मार झेल रहे बलूचिस्तान में सुरक्षाबल दशकों से विद्रोह से लड़ाई लड़ रहे हैं। अब भी जब से साल 2021 में तालिबान से सत्ता संभाली है तब से अफगानिस्तान के पश्चिमी बॉर्डर इलाकों में उत्तर से दक्षिण तक हिंसा की घटनाएं बढ़ गई हैं।
बीएलए का दावा है कि क्षेत्र के प्राकृतिक संसाधनों का बाहरी लोगों द्वारा दोहन किया जा रहा है और उन्होंने अन्य क्षेत्रों में भी पाकिस्तानियों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है जिससे हमलों की संख्या बढ़ गई है।
विद्रोहियों ने पिछले साल रात भर हमले करके एक बड़े हाइवे पर कब्जा कर लिया था। इन इलाकों में पंजाबी और सिंधी मजदूरों के साथ-साथ सुरक्षा बलों और विदेशी इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट पर लगातार हमला किया जाता है।