इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मंगलवार को इजरायली सेना को गाजा में तुरंत 'जोरदार हमले' करने का आदेश दिया। यह फैसला अमेरिका की मदद से हुए युद्धविराम के कुछ दिन बाद आया है, क्योंकि तनाव फिर से बढ़ गया।
इजरायल का कहना है कि हमास ने दक्षिणी गाजा में उसकी सेना पर गोलीबारी की। इजरायली सेना के एक अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि रफाह शहर में आज सुबह इजरायली सैनिकों पर फायरिंग हुई, जिसके जवाब में सेना ने भी गोली चलाई। हालांकि, इस घटना पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
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13 बंधक के शव बाकी
इससे पहले हमास ने एक बंधक के शरीर के टुकड़े सौंपे थे। इजरायल का कहना है कि ये टुकड़े दो साल पहले उसकी सेना द्वारा बचाए गए एक बंधक के हैं। नेतन्याहू ने इसे युद्धविराम समझौते का 'साफ उल्लंघन' बताया। समझौते के पहले चरण में हमास को सभी मरे हुए बंधकों के शव जल्दी लौटाने थे, लेकिन अभी 13 बंधकों के शव बाकी हैं।
हमास ने एक और बंधक का शव मिलने की घोषणा की थी, लेकिन इजरायल के नए हमलों के आदेश के बाद फिलिस्तीनी समूह ने शव सौंपने में देरी करने की बात कही।
10 अक्टूबर से शुरू हुआ था सीजफायर
युद्धविराम 10 अक्टूबर से शुरू हुआ था और ज्यादातर कायम रहा, हालांकि पहले दो बार हिंसा भड़की थी। 19 अक्टूबर को इजरायल ने कहा कि हमास की गोलीबारी से उसके दो सैनिक मारे गए। जवाब में इजरायली हमलों से 40 फिलिस्तीनियों की मौत हो गई। सप्ताहांत में भी एक हमले में कई लोग घायल हुए, जिसे इजरायल ने इस्लामिक जिहाद के हमले की योजना के खिलाफ बताया।
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बंधकों के शव लौटाने में देरी से युद्धविराम के अगले चरण रुक गए हैं। इनमें हमास का हथियार डालना, गाजा में अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा बल तैनात करना और क्षेत्र के शासन का फैसला शामिल है।तनाव बढ़ने से क्षेत्र में शांति की उम्मीदें फिर कमजोर पड़ गई हैं।