ब्राजील के रियो डी जेनेरियो में आयोजित ब्रिक्स सम्मलेन में पहलगाम आतंकी हमले और ईरान पर सैन्य कार्रवाई की निंदा की गई। हालांकि बयान में इजरायल और अमेरिका का जिक्र नहीं किया गया। समूह ने ईरान पर हमले को अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन करार दिया। वहीं पहलगाम हमले के बाद भारत की आतंक के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति का समूह ने समर्थन किया और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से दोहरे मापदंड को छोड़ने की अपील की।
ब्रिक्स शिखर सम्मलेन में सभी नेताओं ने एक बयान में कहा, 'हम 13 जून से ईरान पर हुए सैन्य हमलों की निंदा करते हैं। हम नागरिक बुनियादी ढांचे और शांतिपूर्ण परमाणु सुविधाओं पर जानबूझकर हमलों पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हैं।'
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ईरान की बड़ी कूटनीतिक जीत
ब्रिक्स समूह में रूस और चीन भी अहम सदस्य हैं। इनकी इजरायल से बनती नहीं है। हालांकि दोनों देशों के संबंध ईरान के साथ अच्छे हैं। जून महीने में 12 दिनों तक इजरायल और ईरान के बीच संघर्ष चला। इस बीच 22 जून की तड़के अमेरिका ने ईरान के नतांज, फोर्डो और इस्फहान परमाणु संयंत्रों पर बमबारी की। यह ईरान पर किया गया अमेरिका का सबसे घातक हमला है। उधर, अमेरिकी दबाव के कारण अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ईरान बिल्कुल अलग-थलग पड़ चुका था। मगर इस बीच बिक्स सम्मलेन में हमले की निंदा होना ईरान के लिए एक बड़ी कूटनीतिक जीत है।
अमेरिका की एकतरफा टैरिफ नीति का विरोध
ब्रिक्स सम्मेलन में डोनाल्ड ट्रंप के अंधाधुंध टैरिफ की भी आलोचना की गई। समूह का कहना है कि ऐसे कदम से वैश्विक व्यापार को झटका लगेगा। ब्रिक्स ग्रुप ने एकतरफा टैरिफ और गैर-टैरिफ उपाय पर चिंता व्यक्त की। समूह का कहना है कि इससे व्यापार को नुकसान पहुंचेगा और विश्व व्यापार संगठन के नियमों के साथ असंगत है। समूह ने कहा, 'हम विश्व व्यापार संगठन (WTO) के मूल में नियम-आधारित, खुले, पारदर्शी, निष्पक्ष, समावेशी, न्यायसंगत, गैर-भेदभावपूर्ण, आम सहमति-आधारित बहुपक्षीय व्यापार प्रणाली का समर्थन करते हैं।
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आतंकवाद के खिलाफ एकजुट ब्रिक्स
रियो डी जेनेरियो घोषणापत्र में आतंकवाद, पश्चिम एशिया के हालात, व्यापार व टैरिफ, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद और ब्रेटन वुड्स संस्थानों जैसे वैश्विक संस्थानों में सुधार का जिक्र किया गया है। घोषणापत्र में नेताओं ने कहा, '22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं। इसमें 26 लोगों की जान गई और कई अन्य घायल हुए थे। हम आतंकवादियों की सीमा पार आवाजाही, आतंकवाद के वित्तपोषण और सुरक्षित ठिकानों समेत सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में आतंकवाद का मुकाबला करने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हैं।'