ब्रिटेन में एक बार फिर कजन मैरिज यानी चचेरे भाई-बहनों के बीच शादी पर विवाद छिड़ गया है। इस बार विवाद को हवा देने का काम कट्टरपंथी कार्यकर्ता टॉमी रॉबिन्सन ने किया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया और इस वीडियो में उन्होंने ब्रिटेन में रह रहे पाकिस्तानी समुदाय को कजन मैरिज को लेकर निशाना बनाया। उन्होंने वीडियों में कहा कि यह प्रथा ब्रिटेन में बर्थ डिफेक्ट का मुख्य कारण है और पाकिस्तानी समुदाय में पैदा होने वाले बच्चे मंदबुद्धि होते हैं। टॉमी रॉबिन्सन की यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और एक बार फिर देशभर में बहस तेज हो गई है।
टॉमी रॉबिन्सन की इस वीडियो पर कुछ लोगों ने आपत्ति भी जताई है क्योंकि उन्होंने इस वीडियो में पाकिस्तानी समुदाय को लेकर कड़ी टिप्पणी की हैं और जो आंकड़े उन्होंने बताए हैं उप पर सोशल मीडिया पर बहस हो रही है। कुछ लोगों ने टॉमी रॉबिन्सन का समर्थन किया तो वहीं ज्यादातर लोगों ने इसे नफरत फैलाने वाली राजनीति करार दिया है। मुस्लिम समुदाय और पाकिस्तानी समुदाय के लोगों ने इसे नस्लवादी हमला बताया।
यह भी पढ़ें-- गाजा में इजरायल-हमास में सीजफायर पर ट्रंप का प्लान क्या है?
टॉमी रॉबिन्सन ने क्या कहा?
अपने एक्स अकाउंट पर शेयर किए गए वीडियो में टॉमी रॉबिन्सन ने दावा किया कि ब्रिटेन के ब्रैडफोर्ड शहर में 76 प्रतिशत पाकिस्तानी अपनी पहली कजन से शादी करते हैं और ये समुदाय देश की कुल आबादी का सिर्फ 3 प्रतिशत होने के बावजूद, बर्थ डिफेक्ट (जन्म दोष) के 33 प्रतिशत मामलों के लिए जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि कजन मैरिज कभी सही नहीं हो सकती। ब्रिटेन को इसे पूरी तरह बैन कर देना चाहिए।
टॉमी रॉबिन्सन यहीं नहीं रूके उन्होंने आगे कहा, 'कजन मैरिज से पैदा हुए बच्चे जन्मजात मंदबुद्धि होते जा रहे हैं। इससे हमें बहुत नुकसान हो रहा है। अर्थव्यवस्था को बहुत नुकसान हो रहा है। अरबों-खरबों का नुकसान इसलिए हो रहा है क्योंकि मुहम्मद ने अपनी चचेरी बहन से शादी की थी। खैर, सातवीं सदी में मुहम्मद ने जो किया, उसकी परवाह मत करो । यह अब सही नहीं है। यह कभी सही नहीं रहा और इसे ग्रेट ब्रिटेन में रोकना होगा।'
सोशल मीडिया पर विरोध
टॉमी रॉबिन्सन की यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। कट्टरपंथी नेता की इस वीडियो पर तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है। एक व्यक्ति ने लिखा, 'उन्होंने आंकड़ों को तोड़ मरोड़ कर पेश किया है। यह नस्लवादी हमला है और उनके अंदर की नफरत को दिखाता है। अगर वाकई लोगों के स्वास्थय की चिंता है तो शिक्षा और जागरूकता पर काम करो, नफरत मत फैलाओ।'
एक दूसरे व्यक्ति ने लिखा, 'यह आंकड़ों को गलत तरीके से पेश कर रहा है और नस्लवाद को बढ़ावा दे रहा है। चचेरे भाई-बहनों में शादी जोखिम बढ़ा सकती है लेकिन एक पूरे सममुदाय को मंदबुद्धि कहकर बदनाम करना घिनौना है।'
यह भी पढ़ेंः रॉयटर्स का अकाउंट बंद करने के बाद X ने मीडिया की पाबंदी पर जताई चिंता
कजन मैरिज को लेकर क्या विवाद है?
ब्रिटेन में वैसे तो कजम मैरिज कानूनी रूप से मान्य है लेकिन समय-समय पर विशेषज्ञ इसे लेकर चिंतित रहते हैं। हालांकि लोग कह रहे हैं कि इसके लिए सिर्फ पाकिस्तानी समुदाय को दोषी नहीं माना जा सकता। दक्षिण एशिया, मध्य-पूर्व और उत्तरी अफ्रीका जैसे क्षेत्रों में कजन मैरिज एक सामाजिक-सांस्कृतिक परंपरा रही है। ब्रिटेन में रहने वाले ब्रिटिश पाकिस्तानियों में यह इसलिए भी आम है ताकि परिवार की संपत्ति और सामाजिक संरचना को बरकरार रखा जा सके।
एक रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तानी समुदाय में 130 से ज्यादा जेनेटिक डिसऑर्डर और 1,000 से ज्यादा म्यूटेशन दर्ज हो चुके हैं। इसकी जड़े जातिगत, सामुदायिक और पारिवारिक सरंचना में है। ब्रिटेन में इस मुद्दे पर अकसर बहस होती रहती है लेकिन ज्यादातर लोगों का मानना है कि इसके हल के लिए जेनेटिक काउंसलिंग और मेडिकल सपोर्ट की जरूरत है ना कि नफरत फैलाने की।