ईरान के परमाणु संयंत्रों पर अमेरिका ने शनिवार की रात बमबारी करके उसके न्यूक्लियर सेंटर को तबाह कर दिया। ईरान-इजरायल युद्ध के बीच में अमेरिका के आने के बाद मध्य-पूर्व में संघर्ष और बढ़ गया है। इस बीच रूस के पूर्व राष्ट्रपति और रूसी सुरक्षा परिषद के उपाध्यक्ष दिमित्री मेदवेदेव ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर हमला करते हुए उन पर मध्य-पूर्व में अमेरिका को एक नए युद्ध में धकेलने का आरोप लगाया है।
मेदवेदेव ने अपना यह बयान टेलीग्राम पर दिया है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, 'शांति निर्माता राष्ट्रपति के रूप में आए ट्रंप ने अमेरिका के लिए एक नया युद्ध शुरू कर दिया है।'
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भविष्य में जारी रहेगा परमाणु उत्पादन
पूर्व राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव ने ईरान के ऊपर अमेरिकी हमले पर सवाल उठाते हुए कहा कि इससे तेहरान को किसी भी तरह का नुकसान नहीं हुआ है। उन्होंने अमेरिकी हमले को लेकर लिखा, 'ऐसा लगता है जैसे परमाणु साइट्स के बुनियादी ढांचे को केवल मामूली नुकसान पहुंचा है। परमाणु हथियारों के लिए यूरेनियम संवर्धन जारी रहेगा। अब हम इसे स्पष्ट रूप से कह सकते हैं कि परमाणु हथियारों का भविष्य में उत्पादन जारी रहेगा।'
इसी दौरान दिमित्री मेदवेदेव ने दावा किया कि कई देश ईरान को सीधे अपने परमाणु हथियार देने के लिए तैयार हैं। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें पता है कि ईरान को कौन से देश परमाणु हथियार देंगे।
खतरे में जी रहे इजरायल के लोग
दिमित्री मेदवेदेव ने आगे कहा कि ईरान के हमले के बाद इजरायल में बड़े पैमाने पर लोग खतरे में जी रही है। इजरायल के कई कई हिस्सों में विस्फोट हो रहे हैं। उन्होंने कहा, 'अमेरिका अब एक नए संघर्ष में उलझा हुआ है, जिसमें जमीनी कार्रवाई की संभावनाएं मंडरा रही हैं।' उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि हमलों ने ईरान को राजनीतिक रूप से मजबूत किया है।
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पहले से मजबूत हुई ईरान सरकार
पूर्व रूसी राष्ट्रपति ने आगे कहा कि ईरान का राजनीतिक शासन बच गया है। उन्होंने कहा, 'ईरान का राजनीतिक शासन बच गया है और पूरी संभावना है कि ईरान की सरकार और भी मजबूत होकर उभरी है। लोग देश के आध्यात्मिक नेतृत्व के इर्द-गिर्द एकजुट हो रहे हैं, जिनमें वे लोग भी शामिल हैं जो पहले सरकार के विरोधी थे।'
पुतिन से मुलाकात करेंगे ईरानी विदेश मंत्री
इजरायल और अमेरिका की अटैक के बाद ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने रविवार को घोषणा की है कि वह अमेरिकी हवाई हमलों के बाद रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के मुलाकात करने के लिए मॉस्को के दौरे पर जाएंगे। अब्बास अराघची ने यह घोषणा इस्तांबुल में चल रही इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) शिखर सम्मेलन के दौरान की।
OIC शिखर सम्मेलन में अराघची ने कहा कि राष्ट्रपति पुतिन के साथ परामर्श सोमवार की सुबह होगी। अराघची ने इस्तांबुल में मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा, 'रूस ईरान का मित्र है, हम हमेशा एक-दूसरे से परामर्श करते हैं। मैं कल सुबह रूसी राष्ट्रपति के साथ गंभीर मसले परामर्श के लिए आज दोपहर मॉस्को जा रहा हूं।'