प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय 12-13 फरवरी को अमेरिका की आधिकारिक यात्रा रहे। राजधानी वॉशिंगटन में उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से रक्षा, व्यापार, टैरिफ और भारत-अमेरिका संबंधों पर चर्चा की। दोनों शीर्ष नेताओं ने इस दौरान वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा की।
वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बांग्लादेश को लेकर बहुत बड़ी टिप्पणी कर दी है। ट्रंप ने बांग्लादेश में चल रहे आंतरिक संकट में अमेरिका के किसी भी तरह की भूमिका से इनकार कर दिया।
बांग्लादेश के बारे में क्या कहेंगे?
दरअसल, डोनाल्ड ट्रंप और नरेंद्र मोदी बैठक के बाद व्हाइट हाउस में एक प्रेस कॉफ्रेंस में सवालों का जवाब दे रहे थे। इसी दौरान मीडिया ने ट्रंप से पूछा कि आप बांग्लादेश के बारे में क्या कहना चाहेंगे, क्योंकि हमने देखा कि और ये साफ दिखता भी है बाइडेन प्रशासन के दौरान कैसे अमेरिका का डीप स्टेट वहां काम कर रहा था? फिर मोहम्मद यूनुस जूनियर सोरोस से भी मिले। आप पूरे परिपेक्ष्य में बांग्लादेश के बारे में क्या कहना चाहेंगे?
यह भी पढ़ें: 'चीन से हम निपट लेंगे,' ट्रम्प के सामने भारत ने ठुकराई पेशकश
इस सवाल के जवाब में ट्रंप ने बांग्लादेश के आंतरिक मामले में अमेरिका के किसी भी 'डीप स्टेट' की संलिप्तता को खारिज कर दिया और प्रधानमंत्री मोदी से इस मामले पर सवालों के जवाब देने का आग्रह किया।
बांग्लादेश में डीप स्टेट की कोई भूमिका नहीं
ट्रंप ने कहा, 'हमारी बांग्लादेश में डीप स्टेट की कोई भूमिका नहीं थी। इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री मोदी लंबे समय से काम कर रहे हैं। सच कहूं तो, मैं इसके बारे में पढ़ रहा हूं, मैं बांग्लादेश को प्रधानमंत्री मोदी पर छोड़ता हूं।' राष्ट्रपति ट्रंप ने जब ये बात कही तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनके बगल में बैठे थे।
इस दौरान राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत और चीन के साथ सीमाओं पर चल रहे विवाद को सुलझाने में मध्यस्थ बनने की भी पेशकश की। ट्रंप के इस प्रस्ताव को भारत ने तत्काल ठुकरा दिया और कहा कि हम अपने विवाद सुलझाने में समर्थ हैं।
बांग्लादेश में तख्तापलट
बता दें कि पिछले साल अगस्त 2024 में बांग्लादेश में तख्तापलट हो गया था, जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की सरकार का पतन हो गया। शेख हसीना अपने देश से भाग गईं और उन्होंने भारत में आकर शरण ले ली। तब से ही भारत और बांग्लादेश के बीच तनाव चल रहा है। इसके बाद से भारत-बांग्लादेश बॉर्डर पर बाड़ लगाने के मुद्दे पर ढाका अड़चनें पैदा कर रहा है। दोनों देशों के बीच इस मामले में राजनयिक विरोध भी किया गया है।